दिखने लगे विलुप्त हो रहे गिद्ध पर्यावरण प्रेमीयो ने जताई खुशी

दिखने लगे विलुप्त हो रहे गिद्ध पर्यावरण प्रेमीयो ने जताई खुशी

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रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

स्थान -लोहाघाट

विलुप्त हो रहे गिद्धों के झुंड दिखाई देने से लोहाघाट क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा खुशी जताई गई पर्यावरण प्रेमीयो ने कहा गिद्ध विलुप्ती की कगार पर पहुंच चुके थे लेकिन एक बार फिर से गिद्धों के झुंड दिखाई देना शुभ संकेत है और यह पर्यावरण के लिए भी काफी अच्छी बात है

वही पीजी कॉलेज लोहाघाट के जंतु विज्ञान के प्रोफेसर डॉक्टर वीरेंद्र सिंह तथा डॉ मीना ने बताया पिछले 10/ 12 सालों में गिद्दे काफी कम संख्या में नजर आ रहे हैं जो विलुप्त की कगार पर है उन्होंने बताया अगर गिद्धों का ध्यान नहीं दिया गया तो कुछ वर्षों में गिद्ध विलुप्त हो जाएंगे उन्होंने बताया

गिद्ध प्रकृति का पर्यावरण मित्र है उन्होंने कहा लंबे समय बाद गिद्धों के झुंड दिखाई देना पर्यावरण के लिए शुभ संकेत है उन्होंने का मौसम परिवर्तन के चलते भी गिद्धों की संख्या में कमी आ रही है साथ ही गिद्ध मरे हुए जानवरों को खा रहे हैं उन जानवरों के शरीर में कोई रसायन हो जिस कारण गिद्धों की ब्रीडिंग में कमी आ रही है

उन्होंने कहा सरकार ने गिद्धों के संरक्षण के लिए कार्य करना होगा अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब गिद्ध विलुप्त हो जाएंगे जो पर्यावरण के लिए काफी घातक सिद्ध होगा वही डॉक्टर मीना ने कहा आजकल मवेशियों के उपचार के लिए कई दवाइयो व केमिकल का उपयोग हो रहा है जब यह मवेशी मरते हैं तो गिद्ध उनका मांस खाते हैं और मर जाते हैं तथा गिद्ध के मरने की दर ज्यादा है और प्रजनन दर कम है

उन्होंने कहा गिद्ध साल भर में सिर्फ एक अंडा देता है उन्होंने कहा सभी लोगों ने मिलकर गिद्धों को बचाने के लिए कार्य करना होगा तभी यह प्रकृति का मित्र बच पाएगा उन्होंने बताया कई पक्षी और जानवर ऐसे हैं जो विलुप्त की कगार पर पहुंच चुके