हरिद्वार
हरिद्वार के रिहायशी क्षेत्रों में हाथियों की आवाजाही बढ़ती जा रही है, जिससे लोगों में चिंता और भय का माहौल है। हाल ही में, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के परिसर में एक टस्कर देखा गया, जो इस क्षेत्र में पहली बार देखा गया है। हाथी के परिसर में प्रवेश करने से वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया।वन
विभाग की ओर से हाथियों को रिहायशी क्षेत्र में आने से रोकने के प्रयास किए गए हैं, लेकिन ये प्रयास अभी तक कारगर साबित नहीं हो पाए हैं। प्रशासन भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है, जिससे लोगों में
असंतोष बढ़ रहा है। यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया, तो कोई बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है। वन विभाग और प्रशासन को मिलकर हाथियों की सुरक्षा और लोगों की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाते हुए एक प्रभावी समाधान निकालने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।