पेटसाल में दर्जनों गांवों की संयुक्त बैठक, “पहाड़ बचाओ–उत्तराखंड जन चेतना मंच” का गठन

पेटसाल में दर्जनों गांवों की संयुक्त बैठक, “पहाड़ बचाओ–उत्तराखंड जन चेतना मंच” का गठन

स्थान : अल्मोडा
रिपोर्टर- गोविन्द रावत

अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लॉक के पेटसाल गांव में सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला की अध्यक्षता में चितेई, सिराङ, देवङा, पूनाकोट, दूङी, पेटसाल, नैणी, बंजेली सहित दर्जनों गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य गांवों के समग्र विकास और जनसमस्याओं को एकजुट होकर सरकार तक प्रभावी रूप से पहुंचाना रहा।

बैठक में सर्वसम्मति से “पहाड़ बचाओ–उत्तराखंड जन चेतना मंच” का गठन किया गया। मंच का संयोजक संजय पूना को नियुक्त किया गया, जबकि विनय किरौला, राजेन्द्र पूना, मोहन सिंह पूना एवं विनोद तिवारी को मंच का संरक्षक बनाया गया। वहीं विभिन्न गांवों से प्रकाश चंद्र, बलवीर सिंह मटेला, दिनेश प्रसाद (ग्राम प्रधान नैणी-बाराकोट), सुरेश राम, किशन सिंह पूना, हरिश पेटसाल, सावित्री देवी, विनोद कुमार, राजेश पूना, मानसी आर्या, बलवंत मेहता एवं त्रिलोक सिंह पूना को समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई।

बैठक में मंच के बैनर तले शासन-प्रशासन के समक्ष कई अहम मांगें रखी गईं। ग्रामीणों ने संयुक्त गोल खातों की गौचर भूमि को भू-माफियाओं से बचाने के लिए सख्त नीति बनाने, गांवों की बेनाप और सिलसिलेवार भूमि को ग्रामीणों के नाम ग्रांट करने की मांग उठाई। इसके साथ ही बंदर, सूअर और बाघ के बढ़ते आतंक से राहत के लिए ठोस कदम उठाने की मांग प्रमुख रही।

ग्रामीणों ने उजड़ चुके खेतों को पुनः आबाद करने, गांवों को बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने, युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरल व सुलभ ऋण नीति बनाने की भी मांग की। साथ ही कृषि एवं हॉर्टिकल्चर विभाग की योजनाओं को गांवों तक पहुंचाने और समय-समय पर विभागीय शिविर आयोजित करने पर जोर दिया गया।

बैठक में सरकारी स्कूलों की अवस्थापना सुधारने, शिक्षा स्तर को निजी स्कूलों से बेहतर बनाने तथा प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक, तकनीशियन और बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग भी रखी गई। ग्रामीणों ने प्रत्येक परिवार के एक युवा को सरकारी नौकरी देने की नीति पर सरकार से विचार करने का आग्रह किया।

कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र पूना ने किया। बैठक में विनय किरौला, संजय पूना, विनोद तिवारी, महेंद्र सिंह बिष्ट, हरि सिंह पूना, दीवान सिंह पिलख्वाल, देवेंद्र सिंह पिलख्वाल, राहुल कुमार, मोहित आर्या, जीवन सिंह कार्की, जगदीश सिराङी, बलवंत मेहता, नरेंद्र प्रसाद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।