लोहाघाट: अराजक तत्वों के हौसले बुलंद मिट्टी डालकर पाट डाला बलाई गधेरा पर्यावरण प्रेमीयो ने जताई नाराजगी

लोहाघाट: अराजक तत्वों के हौसले बुलंद मिट्टी डालकर पाट डाला बलाई गधेरा पर्यावरण प्रेमीयो ने जताई नाराजगी

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रिर्पोट: लक्ष्मण बिष्ट

स्थान: लोहाघाट

चंपावत जिले के लोहाघाट में अराजक तत्वों व प्रभावशाली लोगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उनमें प्रशासन व पुलिस का कोई खौफ तक नहीं है इन लोगों के द्वारा खनन करी गई मिट्टी को लोहाघाट चंपावत एनएच में नानी बोरी पुल के पास बहने वाले बलाई गधेरे में डालकर गधेरे को पाट दिया गया है और गधेरे का मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया है और प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है अराजक तत्वों के द्वारा किए गए इस कार्य से क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों का आक्रोश बढ़ गया है पर्यावरण प्रेमी शिक्षक के सी पांडे ने सोशल मीडिया में पोस्ट डालते हुए लिखा है

जीवन दायनी लोहावती नदी का गला घोट जा रहा है और प्रशासन मूक दर्शन बना हुआ है वही लोहाघाट नगर पालिका अध्यक्ष ने भी अराजक तत्वों के द्वारा किए गए इस कार्य की घोर निंदा करते हुए प्रशासन को आड़े हाथों लिया है बर्मा ने कहा एनएच के किनारे अराजकतत्वो के द्वारा खुलेआम मिट्टी डालकर क्षेत्र के जल स्रोतों , नदियों को इस प्रकार से बर्बाद किया जा रहा है पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही करना तो दूर इन अराजक तत्वों पर कोई लगाम तक नहीं लगाई जा रही है

जबकि कई दिनों से इस प्रकार से मिट्टी डाली जा रही है उन्होंने कहा बलाई गधेरा लोहाघाट नगर को पेयजल देने वाली लोहावती नदी में मिलता है और नगर को पेयजल देने में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाता हैं पर अराजक तत्वों के द्वारा मिट्टी डालकर उसका गला घोंटा गया है पर प्रशासन खामोश देख रहा है वहीं क्षेत्र के सभी पर्यावरण प्रेमियो ने प्रशासन से इन अराजक तत्वों का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करी हैउन्होंने कहा एनएच में रोज कई अधिकारी व कर्मचारी गुजरते हैं पर किसी के द्वारा भी इस गंभीर मामले का संज्ञान नहीं लिया जा रहा है उन्होंने कहा एक तरफ प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री नमामि गंगे योजना के तहत क्षेत्र की नदियों , जल स्रोतों, को बचाने की अपील करते हैं तथा इस योजना में करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं चंपावत में भी प्रशासन के द्वारा समय-समय पर जल स्रोतों नदियों को बचाने के अभियान चलाए जा चुके हैं पर लोहाघाट के बलाई गधेरे की हालत देखकर लगता नहीं की कोई भी अधिकारी व कर्मचारी नमामि गंगे योजना के प्रति गंभीर है

अगर प्रशासन गंभीर होता तो अराजक तत्व व प्रभावशाली लोगों के द्वारा इस प्रकार से खुलेआम मिट्टी डालकर प्राकृतिक जल स्रोतों, नदियों गढ़ेरों व देवदार वनों को बर्बाद नहीं किया जाता वही एसडीएम लोहाघाट रिंकू बिष्ट ने कहा मामला उनके संज्ञान में आ चुका है जल्द इन लोगों का पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी अब देखना है क्या प्रशासन इन लोगों का पता लगा पता है और क्या कार्रवाई करता है फिलहाल बलाई गधेरा अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नजर आ रहा है