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रिपोटर -पंकज सक्सेना
स्थान -हल्द्वानी
अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर के अवसर पर जनपद प्रभारी, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास,खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने राजकीय बालिका इन्टर कालेज में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।कार्यक्रम में 30 मेधावी बालिकाओं के साथ ही बालिकाओं के अभिभावकों को भी मंत्री श्रीमती आर्या द्वारा सम्मानित किया गया तथा महालक्ष्मी योजना के तहत 20 लाभार्थी महिलाओं को शिशु के जन्म के उपरान्त महालक्ष्मी किट के साथ ही 1200 बालिकाओं को सेनेटरी किट निशुल्क वितरण किया गया।बालिकाओं को सम्बोधित करते हुये प्रभारी मंत्री श्रीमती आर्या ने कहा कि समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का सदैव उल्लेखनीय योगदान रहा है।
बेटियां हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखाते हुए देश व प्रदेश का नाम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बेटी हर किसी के नसीब मंें नहीं होती है जो घर ईश्वर को सबसे ज्यादा पसंद होता है बेटी वही होती है। उन्होंने कहा बालिका दिवस का मुख्य उददेश्य बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि जीवन में खुद पर निर्भर रहना सीखें। इसलिए आत्मनिर्भता के गुण बालपन में ही सीखाये जांए, जिससे बच्चे आगे चलकर आत्मनिर्भर हो सकें। उन्होंने कहा कि नन्दा गौरी देवी कन्या धन योजना के माध्यम से सरकार प्रदेश की गरीब कन्याओं के उज्जवल भविष्य के लिए आर्थिक सहायता दे रही हैइस का लाभ राज्य में सभी गरीब या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवार की कन्याओं को दिया जा रहा है। उन्होंने बालिका दिवस के अवसर पर समाज के सभी लोगों से अपील की है कि हमें बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें शिक्षा के साथ ही खेल में भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करना होगा।
उन्हांेने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं के सशक्तिकरण से आगे बढ़कर उनके भीतर छिपी प्रतिभा को सम्मान देने का एक अवसर है।प्रभारी मंत्री ने कहा कि हमारे समाज मे बेटियों का जन्म होना कभी अभिशाप माना जाता था लेकिन बदलते समय व बढ़ते शिक्षा के संसाधनों के कारण आज इस अभिशाप को बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए तोड़ने का कार्य किया है।आज हमें अभी भी यह महसूस होता है कि समाज मे लिंग भेद की भावना कहीं ना कहीं मौजूद है जिसे पूरी तरह खत्म करने के लिए हर माता-पिता और हमारे समाज को आगे आना होगा ताकि हम यह कह सके कि हमारी बेटियां बेटों से कम हैं क्या।आज हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में आगे बढ़ कर अपनी काबिलियत दिखाई है साथ ही अन्य लोगो के लिए भी प्रेरणास्रोत बनी हैं।
हमारी बेटियों ने अपनी मेहनत,लगन व दृढ़ इच्छाशक्ति से आज यह साबित कर दिया है कि वह आज कुछ भी करने में सक्षम हैंकहा कि आप सभी बेटियों ने आज यह साबित कर दिया है कि शिक्षा आज हमारा सबसे बड़ा हथियार है,और इसी के बलबूते हम हर चुनोती का मुकाबला कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि आज महिलाओ के लिए प्रधानमंत्री जी ने लोकसभा व विधानसभा में 30 पर्तिशत का आरक्षण लागू कर दिया है। निश्चित ही आने वाले समय मे हमारी भागीदारी यहां पर बढ़ेगी और हम एक सशक्त भारत के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। साथ ही कहा कि आज हमारी बेटियां हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।