पंचेश्वर में दुर्लभ प्रजाति की गोल्डन महाशीर मछलियों के अंधाधुंध शिकार पर रोक लगाने की मांग लोगों ने प्रशासन से करी

पंचेश्वर में दुर्लभ प्रजाति की गोल्डन महाशीर मछलियों के अंधाधुंध शिकार पर रोक लगाने की मांग लोगों ने प्रशासन से करी

रिर्पोट: लक्ष्मण बिष्ट

स्थान :लोहाघाट

चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लॉक के नेपाल सीमा से लगे पंचेश्वर में महाकाली वह सरयू नदी में अति दुर्लभ प्रजाति की गोल्डन महाशीर मछलियों का धड़ल्ले से शिकार किया जा रहा है जिस कारण इन दुर्लभ प्रजाति की मछलियों के अस्तित्व में संकट छा गया है और संबंधित अधिकारी वह विभाग खामोश है जबकि गोल्डन महाशीर संरक्षित प्रजाति की मछली है इसके शिकार करने पर कानूनी सजा का प्रावधान तक है

वहीं पंचेश्वर महादेव मंदिर के स्वामी रामचरण ने कहा प्रसिद्ध पंचेश्वर तीर्थ स्थल मैं लोगों द्वारा सरयू व महा काली नदी से खुलेआम विभिन्न तरीकों से गोल्डन महासीर मछलियों का शिकार किया जा रहा है लोगों के द्वारा महाशीर मछली का शिकार कर उनको महंगे दामों में बेचा जा रहा है तथा तीर्थ स्थल को पिकनिक स्पॉट बना दिया गया है स्वामी रामचरण ने कहा उन्होंने इसकी शिकायत कई बार प्रशासन व एसएसबी के अधिकारियों से भी करी पर किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया वहीं उन्होंने क्षेत्र में अवैध खनन होने का भी आरोप लगाया है

स्वामी रामचरण ने प्रशासन से सख्ती के साथ दुर्लभ गोल्डन महाशीर मछली के शिकार में प्रतिबंध लगाने तथा धाम की गरिमा बनाए रखने की मांग करी है इसके अलावा घाट और रामेश्वर क्षेत्र में भी इन मछलियों का धड़ल्ले से स्वीकार किया जा रहा है मालूम हो गोल्डन महाशीर एक दुर्लभ प्रजाति की मछली है जो कि उच्च हिमालय क्षेत्र की नदियों में पाई जाती है प्रशासन को गोल्डन महाशीर को बचाने के उपाय करने चाहिए तथा इनके शिकार पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाना चाहिए तभी यह दुर्लभ प्रजाति की मछलियां बच पाएंगी मालूम हो पंचेश्वर एंग्लिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध जगह है जहां देश विदेश से एंग्लिंग करने के लिए काफी पर्यटक आते हैं