
रिपोर्ट- दीपक नौटियाल
स्थान- उत्तरकाशी
लद्दाख के पर्यावरणविद् और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के खिलाफ देशभर में उठ रही आवाज़ों के बीच अब ग्लेशियर लेडी शांति ठाकुर भी खुलकर सामने आई हैं। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजकर सोनम वांगचुक की तत्काल रिहाई की मांग की है।



शांति ठाकुर ने अपने पत्र में लिखा कि सोनम वांगचुक एक कुशल शिक्षक, इंजीनियर, वैज्ञानिक और पर्यावरणविद् हैं, जिन्होंने न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाया है। ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया जाना, “बेहद चिंताजनक और निंदनीय कदम” है।
उन्होंने कहा कि सोनम वांगचुक कई वर्षों से देश की उन्नति, पर्यावरण संरक्षण और लद्दाख के स्थानीय लोगों के अधिकारों की लड़ाई अहिंसात्मक तरीके से लड़ रहे हैं। ऐसे शांतिपूर्ण और राष्ट्रनिष्ठ व्यक्ति को देशद्रोह जैसे गंभीर आरोपों में बंद करना लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों का अपमान है।



शांति ठाकुर ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां प्रत्येक नागरिक को अपने विचार रखने, सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने और अपने क्षेत्र के विकास के लिए आवाज़ बुलंद करने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। लेकिन अगर पर्यावरण और जनता के अधिकारों की बात उठाने वालों को जेल में डाल दिया जाएगा, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।

उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि सोनम वांगचुक के खिलाफ लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाए और उन्हें जल्द से जल्द न्यायपूर्ण रूप से रिहा किया जाए।
शांति ठाकुर ने कहा, “सोनम वांगचुक जैसे लोग देश की अमूल्य धरोहर हैं — उनकी गिरफ्तारी न केवल अन्याय है, बल्कि यह उन तमाम नागरिकों के त्याग और समर्पण का भी अपमान है, जो राष्ट्रहित में कार्य कर रहे हैं।”


