
शहजाद अली
हरिद्वार
शिवालिक नगर नगरपालिका परिषद के वार्ड नंबर 07 (टिहरी विस्थापित कॉलोनी) में सफाई व्यवस्था की बदहाली ने स्थानीय निवासियों की परेशानी बढ़ा दी है। गली-गली फैले कूड़े के ढेर, महीनों से बंद पड़ी हाईमास्ट लाइटें और सफाई कर्मचारियों की गैरहाजिरी से नाराज लोग अब खुलकर विरोध करने लगे हैं।


स्थानीय सभासद अमरदीप सिंह ‘रॉबिन’ ने नगरपालिका प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पालिका अध्यक्ष ने एक फर्जी कंपनी को डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का ठेका दिया है, लेकिन इसके बावजूद कूड़ा उठाने की व्यवस्था बेहद लचर है। उन्होंने पालिका द्वारा ₹31 लाख के भुगतान पर रोक लगाने की मांग करते हुए अधिशासी अधिकारी को लिखित शिकायत भेजी है।


अमरदीप सिंह ने कहा, “पालिका अध्यक्ष की नाकामी और भ्रष्टाचार के कारण आज वार्डवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। यह सीधे जनता के साथ विश्वासघात है।”


वहीं, स्थानीय निवासी राजीव कुमार ने बताया कि, “छह महीने से गली की हाईमास्ट लाइटें बंद हैं। रात में अंधेरे के चलते दुर्घटनाएं हो रही हैं और महिलाओं को असुरक्षा महसूस होती है।” अन्य निवासियों ने भी बताया कि कूड़े के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, लेकिन नगरपालिका से कोई सुनवाई नहीं हो रही।


सफाई कर्मचारियों ने वेतन न मिलने तक काम करने से इनकार कर दिया है, जिससे स्थिति और बिगड़ती जा रही है।


जनता का सीधा सवाल है – क्या नगर पालिका अध्यक्ष अब भी कार्रवाई से बचते रहेंगे?
स्थानीय लोगों और सभासद ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो जन आंदोलन की दिशा में कदम उठाया जाएगा।

बाइट्स उपलब्ध:
- अमरदीप सिंह रॉबिन, सभासद, वार्ड 07
- राजीव कुमार एवं अन्य स्थानीय निवासी, टिहरी विस्थापित कॉलोनी, शिवालिक नगर

