
देहरादून
सचिन कुमार
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अब अपने चरम पर पहुंच चुके हैं। मतदान प्रक्रिया को सुचारु और शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह सतर्क है।


वहीं, लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और संभावित भूस्खलन को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग भी पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है।


आपदा प्रबंधन सचिव विनोद सुमन ने जानकारी देते हुए कहा कि यदि राज्य में कहीं भूस्खलन या लैंडस्लाइड जैसी स्थिति बनती है, तो उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास रहेगा कि किसी भी हाल में आवागमन बाधित न हो और मतदान प्रक्रिया पर इसका कोई असर न पड़े।”

सचिव ने यह भी बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमें तैनात कर दी गई हैं, ताकि रास्ते अवरुद्ध होने की स्थिति में तुरंत उन्हें खोला जा सके। इसके साथ ही आवश्यक मशीनरी और श्रमिकों को भी तैयार रखा गया है।

प्रशासन का दावा है कि मतदान केंद्रों तक पहुंचने वाले सभी मार्गों की निगरानी की जा रही है और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक रूट भी सक्रिय किए जाएंगे।

मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए चुनाव आयोग, जिला प्रशासन और आपदा विभाग के बीच समन्वय लगातार बना हुआ है।

राज्य सरकार का उद्देश्य है कि खराब मौसम के बावजूद मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और लोकतांत्रिक प्रक्रिया सुचारु रूप से जारी रहे।

