
संवाददाता – वाचस्पति रयाल
लोकेशन -नरेन्द्रनगर,उत्तराखंड
उत्तरकाशी (चौंपा/खाड़ी)
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं हाल ही में पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद के अध्यक्ष नियुक्त किए गए कर्नल अजय कोठियाल रविवार को अपने पैतृक गांव चौंपा के खाड़ी पहुंचे। अध्यक्ष बनने के बाद यह उनका पहला दौरा था, जहां गांववासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।



सरकारी सुविधाओं का त्याग: “मेरी जरूरत के लिए पेंशन और सम्मान राशि ही काफी”
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए जब उनसे सरकार द्वारा दी जाने वाली सालाना ₹26 लाख की सुविधाओं को न लेने के फैसले पर सवाल पूछा गया, तो कर्नल कोठियाल ने शालीनता और सादगी से जवाब देते हुए कहा:


“सेना से मिलने वाली पेंशन, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र के अंतर्गत दी जाने वाली राशि ही मेरे लिए पर्याप्त है। मैं चाहता हूँ कि यह धनराशि पूर्व सैनिकों के कल्याण पर खर्च हो।”
उन्होंने बताया कि इस बाबत सरकार को पत्र भी भेजा जा चुका है, और वे चाहते हैं कि यह राशि जरूरतमंद पूर्व सैनिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए।



“पैसे कमाना उद्देश्य होता तो सेना नहीं छोड़ता”
56 वर्षीय अविवाहित कर्नल कोठियाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा:
“अगर जीवन का लक्ष्य सिर्फ पैसा कमाना होता, तो मैं वॉलंटरी रिटायरमेंट नहीं लेता, और अब तक सेना में प्रमोशन भी पा चुका होता।”
पूर्व सैनिकों के लिए वेलफेयर स्कीम तैयार
कर्नल कोठियाल ने बताया कि वे वर्तमान में एक विशेष वेलफेयर स्कीम पर काम कर रहे हैं, जिसे जल्द ही सरकार को प्रस्तावित किया जाएगा। उन्हें विश्वास है कि सरकार उनके प्रयासों को गंभीरता से लेगी और इस दिशा में सकारात्मक पहल होगी।


जनता में बढ़ा विश्वास, मिला स्नेह
कर्नल कोठियाल के इस सादगीपूर्ण और सेवाभावी निर्णय से न केवल उनके गांव चौंपा बल्कि पूरे क्षेत्र में उनके प्रति विश्वास, प्रेम और सम्मान की भावना और अधिक गहरी हो गई है। गांववासियों की आंखों में उनके प्रति गर्व और अपनत्व स्पष्ट झलकता नजर आया।


