
देहरादून
उत्तराखंड में आगामी कांवड़ मेले को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुपम सेठ ने एक उच्च स्तरीय गोष्ठी में सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कांवड़ मेला प्रदेश का एक बड़ा धार्मिक आयोजन है और इसकी पवित्रता एवं गरिमा बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन को सतर्क व सक्रिय रहना होगा।



डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा शांति, सुरक्षा और समन्वय के साथ संपन्न होनी चाहिए। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील स्थलों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जाएं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना की संभावना को रोका जा सके।


उन्होंने मास मदिरा के प्रयोग को लेकर भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए। कहा गया कि प्रतिबंधित क्षेत्रों में शराब व मांस का सेवन पूरी तरह निषिद्ध रहेगा, और इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।

कांवड़ यात्रा की भीड़ को देखते हुए पुलिस बल, रिजर्व फोर्स और महिला पुलिस कर्मियों की पर्याप्त तैनाती के आदेश दिए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर पुलिस की चौकसी बढ़ाई जाए और कांवड़ रूट, वैकल्पिक मार्ग, पार्किंग स्थलों व ट्रैफिक प्लान को पहले से तैयार कर लिया जाए।

यात्रियों और आमजन को डायवर्जन रूट और यातायात योजनाओं की जानकारी समय से उपलब्ध कराई जाए, ताकि यात्रा में कोई असुविधा न हो।
डीजीपी ने यह भी स्पष्ट किया कि सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन और बॉडी वॉर्न कैमरों की मदद ली जाएगी।

उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों से कहा कि स्थानीय स्तर पर भी मेला प्रबंधन समितियों, प्रशासन और जनता के साथ समन्वय बनाकर काम करें, ताकि उत्तराखंड की यह धार्मिक यात्रा एक सुरक्षित और सफल आयोजन के रूप में संपन्न हो सके।

