
देहरादून
सचिन कुमार
उत्तराखंड की सियासत में इन दिनों सुर्खियों में चल रहे बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेश राठौर मंगलवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे। हाल ही में पार्टी द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब में उन्होंने नेतृत्व से मुलाकात की और अपना पक्ष स्पष्ट किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी खुलकर बातचीत की और अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को सिरे से खारिज किया।


“आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद”
पूर्व विधायक राठौर ने कहा, “मैंने पार्टी या संगठन के खिलाफ कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया है। जिन आरोपों की बात की जा रही है, वे निराधार हैं। मैंने हमेशा पार्टी की नीतियों का सम्मान किया है और करता रहूंगा।”

वीडियो विवाद पर सफाई
हाल ही में सामने आए एक कथित वीडियो को लेकर उठे विवाद पर भी राठौर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, “अगर कांग्रेस को वीडियो ही दिखाने हैं, तो पहले अपने नेताओं के वीडियो सामने लाएं। क्या आपने मुझे शादी करते हुए, मांग भरते हुए या वरमाला पहनाते हुए किसी वीडियो में देखा है? नहीं ना? तो फिर यह मुद्दा क्यों खड़ा किया जा रहा है?”


UCC पर समर्थन दोहराया
समान नागरिक संहिता (UCC) पर स्थिति साफ करते हुए राठौर ने कहा, “मैंने UCC का कोई उल्लंघन नहीं किया है। मैं इस मुद्दे पर पार्टी की नीति के साथ पूरी तरह से सहमत हूं और उसे समर्थन देता हूं।”

पार्टी नेतृत्व ने मांगा विस्तृत स्पष्टीकरण
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी नेतृत्व ने सुरेश राठौर से इस मामले में लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि स्पष्टीकरण मिलने के बाद ही संगठन स्तर पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

राजनीतिक हलचल तेज
सुरेश राठौर की सक्रियता और इस प्रकरण को लेकर दी जा रही सफाई से उत्तराखंड की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म है। जहां एक ओर वे अपनी स्थिति साफ करने में लगे हैं, वहीं पार्टी के अंदरूनी समीकरण भी इस घटनाक्रम से प्रभावित होते दिख रहे हैं।

