
लोकेशन -काशीपुर
रिपोर्टर-अज़ीम खान
कांग्रेस नेता एवं पूर्व सैनिक रवि पपनै पर हुए जानलेवा हमले ने काशीपुर की कानून व्यवस्था की वास्तविक तस्वीर उजागर कर दी है। यह हमला न केवल एक राजनीतिक कार्यकर्ता पर, बल्कि समाज की सुरक्षा, लोकतंत्र और नागरिक स्वतंत्रता पर सीधा प्रहार माना जा रहा है।


घटना 13 जून की रात लगभग 10:30 बजे कृष्णा हॉस्पिटल के पीछे घटी, जब कुछ अज्ञात हमलावरों ने रवि पपनै पर धारदार हथियारों से हमला किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस खुलेआम हमले ने शासन-प्रशासन को खुली चुनौती दी है।
घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एसपी कार्यालय पहुंचे और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।


कांग्रेस नेताओं का हमला प्रशासन पर:
- महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन ने इस हमले को “लोकतंत्र की नींव पर हमला” बताते हुए चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।
- पूर्व महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा, “रवि कोई आम नेता नहीं, पूर्व सैनिक हैं। यदि उनके साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा?”
- अल्का पाल ने इसे काशीपुर की नींव पर हमला बताया और कहा कि यदि निर्दोषों को फंसाया गया तो कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।
- महिला कांग्रेस अध्यक्ष पूजा सिंह ने इसे “सामाजिक आपातकाल” करार देते हुए सवाल किया, “जब एक जिम्मेदार पुरुष नेता सुरक्षित नहीं है, तो महिलाएं कैसे सुरक्षित होंगी?”


प्रशासन की प्रतिक्रिया:
एसपी अभय सिंह ने बताया कि यह मामला बेहद गंभीर है। रवि पपनै की तहरीर के आधार पर चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस की टीमें तत्परता से जांच में जुटी हैं और पहचान की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और अराजक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मामला अब राजनीति से आगे:
यह घटना अब किसी एक पार्टी, जाति या धर्म का मामला नहीं रह गया है। यह काशीपुर की अस्मिता, कानून व्यवस्था और लोकतंत्र की रक्षा का मुद्दा बन गया है। कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि यदि न्याय में देरी हुई या ढिलाई बरती गई, तो जन आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसमें जन समर्थन और सड़कों पर उतरने की रणनीति तैयार है।

अब सवाल यह है कि प्रशासन कितनी तेजी और पारदर्शिता से न्याय सुनिश्चित कर पाता है। यह उसकी अग्निपरीक्षा है।

