कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ देशभर में विरोध, भगवान चित्रगुप्त पर टिप्पणी ने मचाया बवाल

कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ देशभर में विरोध, भगवान चित्रगुप्त पर टिप्पणी ने मचाया बवाल

टॉप: देहरादून

हमेशा अपनी विवादित टिप्पणियों के कारण सुर्खियों में रहने वाले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। महाराष्ट्र में एक कथा के दौरान भगवान चित्रगुप्त जी को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी ने कायस्थ समाज समेत धार्मिक संगठनों को आक्रोशित कर दिया है। देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदीप मिश्रा के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी और कानूनी कार्रवाई की मांग शुरू हो गई है।


मथुरा में मुकदमा दर्ज, देशभर में विरोध प्रदर्शन
प्रदूषित भाषा के खिलाफ आवाज उठाते हुए उत्तर प्रदेश के मथुरा में प्रदीप मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (ABKM) के विभिन्न प्रकोष्ठों ने देशभर में प्रदर्शन और आंदोलन की चेतावनी दी है।

राजनीतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रवि सरन ने कहा:

“भगवान चित्रगुप्त को लेकर दिया गया बयान बेहद आपत्तिजनक है। हम सरकार से प्रदीप मिश्रा पर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।”

उत्तर प्रदेश अध्यक्ष इन्द्रसेन श्रीवास्तव ने तो सड़कों पर उतरने और आंदोलन छेड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो कायस्थ समाज राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगा।


संत समाज में भी आक्रोश
श्री चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें “अधर्मी” तक कह डाला। उनका कहना है कि:

“जो व्यक्ति भगवानों का अपमान करता है, वह संत नहीं, अधर्मी है।”


पूर्व में भी विवादित रहे प्रदीप मिश्रा
यह पहली बार नहीं है जब प्रदीप मिश्रा अपने कथनों के चलते विवादों में आए हों। इससे पहले भी वे राधारानी को लेकर विवादास्पद बयान दे चुके हैं, जिसे लेकर भी देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। अब एक बार फिर उनकी कथाओं में मर्यादा से बाहर की गई टिप्पणी ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।


देवभूमि उत्तराखंड में भी उबाल
देहरादून में भी विरोध की लहर दिखाई दी, जहां स्थानीय कायस्थ समाज और सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।