केदारनाथ हेली हादसे पर गरमाई सियासत, कांग्रेस ने उठाए सवाल, भाजपा ने दी सफाई

केदारनाथ हेली हादसे पर गरमाई सियासत, कांग्रेस ने उठाए सवाल, भाजपा ने दी सफाई

देहरादून

केदारनाथ में लगातार हो रहे हेलीकॉप्टर हादसों ने एक बार फिर राज्य सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते दिन एक और गंभीर हेली हादसा सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और हेली सेवाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश जारी किए। उन्होंने साफ किया कि हेली ऑपरेशनों की निगरानी और संचालन के लिए कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।

कांग्रेस का सरकार पर हमला

हादसों की पुनरावृत्ति पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा और लगातार हो रही घटनाओं को “लापरवाही का परिणाम” बताया। विपक्ष का कहना है कि सरकार तीर्थयात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रही है और हेली सेवाओं में ठोस सुधार नहीं किए जा रहे हैं।

भाजपा की प्रतिक्रिया

कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा,

“राज्य सरकार इस घटना को बेहद गंभीरता से ले रही है। मुख्यमंत्री स्वयं इस पर लगातार नजर रखे हुए हैं। एसओपी (Standard Operating Procedure) का प्रारूप तैयार किया जा रहा है, जिसे जल्द लागू किया जाएगा।”

उन्होंने आगे कहा कि इस हादसे की जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

भविष्य की दिशा

राज्य सरकार की मंशा है कि हाई एल्टीट्यूड क्षेत्रों में केवल अनुभवी पायलटों को ही उड़ान भरने की अनुमति दी जाए। साथ ही, मौसम पूर्वानुमान की सटीकता बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरणों की स्थापना का निर्णय भी लिया गया है।