लोहाघाट: कालू सैयद बाबा के उर्स में पहली बार गूंजा ‘जन गण मन’, कौमी एकता की बनी मिसाल

लोहाघाट: कालू सैयद बाबा के उर्स में पहली बार गूंजा ‘जन गण मन’, कौमी एकता की बनी मिसाल

स्थान: लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट: लक्ष्मण बिष्ट

लोहाघाट स्थित कालू सैयद बाबा की मजार पर चल रहे तीन दिवसीय उर्स महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार रात कौमी एकता की अद्भुत मिसाल पेश की गई।

उर्स कमेटी अध्यक्ष जोली के दिशा-निर्देश में आयोजित कव्वाली कार्यक्रम की शुरुआत इस बार राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ के साथ की गई।

मजार में पहली बार राष्ट्रगान के बोल गूंजते ही सभी जायरिन श्रद्धा और सम्मान के साथ खड़े हुए और पूरे सम्मान के साथ राष्ट्रगान गाया। इस पहल की सभी श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने खुले दिल से सराहना की।

जोली ने कही दिल छूने वाली बात
उर्स कमेटी अध्यक्ष जोली ने कहा, “हमारे लिए सबसे पहले हमारा देश है। जब देश है तभी हम हैं, और इसलिए उर्स जैसे धार्मिक आयोजन की शुरुआत भी राष्ट्रगान से होनी चाहिए।”

उन्होंने बताया कि यह उर्स मेला हिंदू-मुस्लिम कौमी एकता का प्रतीक है, जिसमें हिंदू समुदाय के लोग भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और सहयोग करते हैं, जिसके लिए वह उनका दिल से धन्यवाद करते हैं।

कुल शरीफ के साथ होगा समापन
जोली ने जानकारी दी कि रविवार दोपहर को मजार में कुल शरीफ के साथ इस तीन दिवसीय उर्स का समापन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह परंपरा आगे भी जारी रखी जाएगी ताकि देशभक्ति और धार्मिक आस्था का सुंदर समन्वय बना रहे।