खनन माफिया बेलगाम, प्रशासन मौन: खटीमा में अवैध खनन को लेकर तेज़ हुआ विरोध

खनन माफिया बेलगाम, प्रशासन मौन: खटीमा में अवैध खनन को लेकर तेज़ हुआ विरोध

स्थान -खटीमा, उधम सिंह नगर

रिपोर्ट -अशोक सरकार

उपनेता प्रतिपक्ष के धरने के बावजूद खनन माफिया बेखौफ, हयात सिंह बिष्ट ने जताया कड़ा विरोध

सीमांत क्षेत्र खटीमा में अवैध खनन का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है। दो दिन पूर्व खटीमा विधायक और उत्तराखंड विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन चंद्र कापड़ी ने तहसील परिसर में धरना देकर अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था।

हालांकि, धरने का प्रशासन पर कोई प्रभाव नहीं दिख रहा। खनन की गतिविधियां पहले से भी अधिक तेज़ हो गई हैं। ग्रामीण और शहरी इलाकों में धड़ल्ले से ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ और डंपर दौड़ते दिखाई दे रहे हैं।

प्रशासन खामोश है, और न ही किसी अधिकारी ने खनन की वैधता को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी दी है।

इसी बीच, राष्ट्रीय योगी सेना के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हयात सिंह बिष्ट ने भी अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन खनन माफिया पर कोई असर नहीं पड़ा।

बिष्ट ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह प्रशासन की नाकामी है। खनन माफिया को खुली छूट मिली हुई है। सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है। पूरे घरों में धूल भर रही है। न पानी का छिड़काव हो रहा है, न ही ट्रॉली और डंपरों को ढंका जा रहा है।”

स्थानीय जनता में रोष है, और वे जल्द ही इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन कर सकते हैं।