
स्थान:लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट: लक्ष्मण बिष्ट
पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ ने अपनी पुरानी मांगों को लेकर मंगलवार से दो दिन का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। मंगलवार को लोहाघाट तहसील परिसर में राजस्व निरीक्षक महेंद्र सिंह चौड़िया के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक व राजस्व सेवकों ने जोरदार नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर एसडीएम लोहाघाट को ज्ञापन सौंपा।


संघ ने कहा कि वे लंबे समय से सरकार से मांग कर रहे हैं कि राजस्व पुलिस का कार्य नियमित पुलिस को दिया जाए। इसके अलावा, अंश निर्धारण और खतौनी बनाने के लिए लैपटॉप, इंटरनेट के लिए डाटा पैक उपलब्ध कराने की मांग भी की गई है। शासन से पहले भी यह अनुरोध किया गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस कारण संघ ने आज से दो दिवसीय कार्य बहिष्कार की घोषणा की है।

राजस्व निरीक्षक और उप निरीक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे वर्षा ऋतु और आगामी पंचायत चुनाव के दौरान पूर्ण कार्य बहिष्कार और कलम बंद हड़ताल भी कर सकते हैं।
कार्य बहिष्कार के कारण जाती प्रमाण पत्र, भूमि सर्वेक्षण, सीमांकन जैसे महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हुए, जिससे जनता को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। दूर-दूर से आए लोग बिना काम कराए वापस लौट गए।


संगठन के जिला अध्यक्ष पुष्कर नाथ गोस्वामी और सचिव सुनील मेहरा ने बताया कि चंपावत जिले सहित प्रदेश में लगभग 1500 से अधिक कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल में शामिल हुए हैं। उन्होंने दोबारा चेतावनी दी कि अगर सरकार ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो मानसून काल और पंचायत चुनाव के दौरान व्यापक कार्य बहिष्कार हो सकता है।

कार्य बहिष्कार में प्रमुख रूप से शामिल रहे राजस्व निरीक्षक राजेंद्र गोस्वामी, छतर सिंह बोरा, राजस्व उप निरीक्षक ऋषभ कुमार, हिमांशु बिष्ट, अमित सीपाल, नीरज कुमार, अनुज उप्रेती, ललित प्रसाद, नारायण दत्त जोशी, रवि महर, अमित शर्मा, शिवम खोलिया, मनोज नाथ, कुसुम गोस्वामी, मनीषा अटवाल, दीपा, ज्योति टम्टा, प्रियंका पांडे, अंकिता खाती, दीपा सामंत, अंजलि, शाहीन अंसारी एवं अनुसेवक होशियार शामिल रहे।


