पेयजल संकट से जूझ रहे बुर्किल्ला तोक के ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन, ग्राम प्रधान पर योजना रोकने का आरोप

पेयजल संकट से जूझ रहे बुर्किल्ला तोक के ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन, ग्राम प्रधान पर योजना रोकने का आरोप

स्थान: लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

एसडीएम ने 13 जून को बैठक बुलाकर समाधान का दिया आश्वासन, नहीं तो पंचायत चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

2 जून 2025

चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लॉक अंतर्गत सीमांत बाकू ग्राम सभा के बुर्किल्ला तोक के ग्रामीण वर्षों से भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान को लेकर हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। उस समय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के समझाने पर ग्रामीणों ने मतदान तो कर लिया, लेकिन समस्या अब भी जस की तस बनी हुई है।

योजना अधर में, प्रधान पर लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों के अनुसार, पेयजल योजना का एक हिस्सा जल निगम द्वारा पूरा कर दिया गया है, लेकिन शेष कार्य ग्राम समिति के माध्यम से किया जाना था। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान, जो समिति की अध्यक्ष भी हैं, जानबूझकर द्वेषवश कार्य में बाधा डाल रही हैं, जिसके कारण गांव के लगभग 30 परिवारों को आज भी पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इनमें अधिकांश परिवार अनुसूचित जाति से संबंधित हैं।

एसडीएम से मिले ग्रामीण, सौंपा ज्ञापन

सोमवार को पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्कर बोहरा और क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह भंडारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने एसडीएम लोहाघाट नीतू डांगर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय बजट आ चुका है, लेकिन ग्राम प्रधान की राजनीतिक दुर्भावना के चलते कार्य रुका हुआ है।

13 जून को समाधान के लिए बैठक तय

एसडीएम नीतू डांगर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 13 जून को एक संयुक्त बैठक बुलाने की घोषणा की है। इस बैठक में ग्राम प्रधान, ग्रामीण प्रतिनिधि और जल निगम के अधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बैठक में समाधान निकाला जाएगा।

चेतावनी: अगला बहिष्कार पंचायत चुनाव में

ग्रामीणों ने कहा कि अगर 13 जून की बैठक में भी समाधान नहीं हुआ तो वे आगामी पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे और वृहद जन आंदोलन छेड़ेंगे।

ज्ञापन देने वालों में ये रहे शामिल

ज्ञापन सौंपने वालों में नीरज कुमार, प्रकाश राम, राजेंद्र राम, मनोज राम, महेश राम, सुरेश राम, हरीश कुमार, कल्याण राम, संतोष राम, मनोहर राम, पीतांबर राम, सुंदरी देवी और सीमा देवी सहित कई ग्रामीण शामिल रहे।

ग्राम प्रधान से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका।