शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण बना वैश्विक वेडिंग डेस्टिनेशन, देश-विदेश से उमड़ रहे दूल्हा-दुल्हन

शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण बना वैश्विक वेडिंग डेस्टिनेशन, देश-विदेश से उमड़ रहे दूल्हा-दुल्हन

देहरादून

समुद्र तल से 1980 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान विष्णु को समर्पित त्रियुगीनारायण मंदिर अब सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में तेजी से उभर रहा है। यह मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है, जहां भगवान विष्णु स्वयं साक्षी बने थे और पार्वती के भ्राता की भूमिका निभाई थी।

गढ़वाल क्षेत्र के रुद्रप्रयाग जिले में बसे त्रियुगीनारायण गांव में स्थित यह मंदिर सनातन परंपराओं के अनुसार विवाह रचाने के लिए भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी जोड़ों को आकर्षित कर रहा है।

शादी के सीजन में यहां हर महीने 100 से अधिक विवाह संपन्न हो रहे हैं। वर्ष 2024 में 600 से अधिक जोड़ें यहां परिणय सूत्र में बंधे थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कई बार उत्तराखंड को डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में प्रचारित करने के प्रयास अब जमीन पर असर दिखा रहे हैं। इसका सीधा लाभ होटल कारोबारियों, वेडिंग प्लानर्स, पुजारियों, मांगल टीमों और पारंपरिक ढोल-दमौ वादकों को मिल रहा है।

यह स्थल अब न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि पर्यटन और रोजगार का नया केंद्र बनता जा रहा है। कई प्रसिद्ध हस्तियां भी यहां सात फेरे ले चुकी हैं, जिससे इस स्थान की लोकप्रियता और भी बढ़ी है।