
स्थान:चंपावत
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट
लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत पासम गांव के सैला तोक से एक दुखद घटना सामने आ रही है जहां सड़क किनारे वन विभाग के द्वारा काटे गए लकड़ी के गिल्टे की चपेट में आने से नितेश चंद( 9) पुत्र नारायण चंद की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई है तथा मनोज चंद (10) पुत्र हयाद चंद गंभीर रूप से घायल हो गया है आनंन फानन में ग्रामीण घायल बच्चे को लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय जहां सीएमओ डॉक्टर देवेश चौहान तथा डॉक्टर दीक्षा के द्वारा घायल बच्चे का इलाज किया गया

सीमा के द्वारा घायल बच्चे का बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए वही प्रभारी डीएम चंपावत जयवर्धन शर्मा ने घटना की जानकारी लेते हुए घायल बच्चे को बेहतर उपचार देने हेतु सीएमओ को निर्देशित किया गया तथा डीएफओ से घटना की जानकारी ली डॉक्टर दीक्षा ने बताया घायल बच्चे की कमर में गंभीर चोटे आई जिनका प्राथमिक उपचार किया गया है स्थिति को देखकर हायर सेंटर रेफर किया जाएगा वही पासम के ग्राम प्रधान प्रशासक चंद्रकांत तिवारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया बुधवार शाम 5:00 बजे दोनों बच्चे अपने घर के ऊपर खेल रहे थे तभी वन विभाग के द्वारा सड़क किनारे काट कर रखे गए लकड़ी के गिल्टे उनके ऊपर जा गिरे जिससे एक बच्चे की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई तथा एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया

वही ग्राम प्रधान प्रशासक चंद्रकांत तिवारी व ग्रामीणों ने घटना के लिए वन विभाग को जिम्मेदार बताया है उन्होंने कहा बीते दिनों हुई बारिश से पेड़ सड़क में जा गिरा था वन विभाग के द्वारा पेड़ को काटकर लापरवाही से एकदम सड़क के किनारे रख दिया गया जो आज मिट्टी धसने से अचानक बच्चों के ऊपर जा गिरा जिस कारण यह दुखद घटना हुई है ग्रामीणों ने वन विभाग व प्रशासन से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है दुर्घटना में मर गया बच्चा कक्षा चार का छात्र है वही इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया दुर्घटना की सूचना मृतक बच्चे के पिता को दे दी गई है जो पंजाब से घर को वापस आ रहे हैं वही लोहाघाट रेंजर दीप जोशी ने कहा विभाग द्वारा रोड को खोलने के लिए पेड़ के गिल्टे बनाकर सड़क किनारे रख दिए गए थे उन्होंने कहा ग्रामीणों के आरोप निराधार हैं वहीं घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है वही दुर्घटना में मरेंगे बच्चों के शव को अग्रिम कार्रवाई करें लोहाघाट लाया जा रहा है इस दौरान ग्राम प्रधान प्रशासक मोहन सिंह, आनंद सिंह, गिरीश सिंह ,हेमचंद सहित कई ग्रामीण अस्पताल में मौजूद रहे

