

संजय कुंवर,
औली,
इस वर्ष उच्च हिमालई क्षेत्रों में हो रहे जलवायू परिवर्तन और मौसम चक्र में हो रहे असमय बदलाव के चलते उत्तराखंड से लेकर जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश तक पहाड़ और अल्पाइन बुग्याल कम बर्फबारी के कारण सूखे निढाल नजर आ रहे हैं, बर्फ की कमी के चलते जहां विंटर डेस्टिनेशन औली की मेजबानी में प्रस्तावित राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों की तिथि को आगे खिसकाना पड़ा यही नही देश में शीतकालीन खेलों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में 22फरवरी से होने जा रहे खेलो इंडिया नेशनल विंटर गेम्स के पांचवा संस्करण भी जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में कम बर्फबारी के चलते पीछे खिसक चुके है, यही हाल औली की FIS इंटर नेशनल नन्दा देवी स्कीइंग स्लोप का है, पूरी ढलान बर्फ विहीन है, तो मनाली के सोलंग नाला स्की स्लोप और गुलमर्ग स्की स्लोप का भी इसी तरह का नजारा है,

देश के पहाड़ी राज्यों में खासकर उच्च हिमालई क्षेत्रों, के मखमली बुग्यालों से लेकर और हिम क्रीडा स्थली औली से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश के शिमला मनाली तक, क्लाइमेट चेंज और मौसम चक्र में हो रहे बदलाव के कारण कम बर्फबारी के कारण अब शीतकालीन खेलों के भविष्य के लिए चिंता का विषय है,हालांकि विंटर डेस्टिनेशन औली में इस बार कम बर्फबारी के बाद भी शीतकालीन पर्यटन कारोबार ठीक ठाक रहा है, अभी भी औली के ऊपर 10नंबर टावर से लेकर गोरसौ बुग्याल,चोन्या बुग्याल,उनील टॉप , गुलशन टॉप पिकनिक प्वाइंट तक पर्यटकों को बर्फ नजर आ रही है, खुशगवार मौसम के बीच पर्यटक हाइकिंग ट्रैकिंग करते हुए औली गोरसों बुग्याल की प्राकृतिक सुन्दरता का दीदार कर रहे हैं, और फन स्कीइंग, टायर ट्यूब राइडिंग, चेयर लिफ्ट राइड के मजे लेते नजर आ रहे है,

