संजय कुंवर, ज्योतिर्मठ
प्रत्येक वर्ष भाद्र शुक्ल पक्ष की पावन अष्टमी को अगाध श्रद्धा, आस्था एवम परंपरागत धार्मिक वातावरण में सीमांत पैन खंडा
छेत्र में भव्यता के साथ मनाया जाने वाला नंदाष्टमी पर्व आज सांय मां नन्दा देवी को कैलाश विदा करने के साथ संपन्न हो गया
है,मां नन्दा देवी ने अपने ससुराल कैलाश जाने से पूर्व सभी नन्दा भक्तो और ग्राम वासियों को सुख समृद्धि और खुशहाली का
आशीर्वाद भी दिया, दरअसल पूरे देव भूमि उत्तराखंड को एक सूत्र में पिरोने वाला लोक उत्सव नन्दा अष्टमी के तीसरे दिन आज
मां नन्दा का पूजन कर उन्हे मायके की तरफ से स्थानीय लोक पकवानों रोंट,आरसा,चेउडा, भुखुना, हलवा प्रसाद सहित ऋतु
फलों ककड़ी,मुंगरी,सेब,आडू की समूण भेंट की गई,जिसके बाद ढोल दमों जागरों के माध्यम से मां नन्दा को अगले वर्ष फिर से
बुलाने के वायदे और भीगी पलकों के साथ मां नन्दा के ससुराल उच्च हिमालई कैलाश को विदाई दी गई, इस भावुक पल को देखते हुए सैकड़ों भक्तों की आंखे भी नम हो गई, इसके बाद मंदिर परिसर में सभी नन्दा भक्तो और ग्राम वासियों को नन्दा अष्टमी के विशेष प्रसाद के रूप में दिव्य पुष्प ब्रह्म कमल बांटा गया, नन्दा अष्टमी के इस लोक पर्व को देखने पैन खंडा छेत्र में सैकड़ों लोगों की भीड़ अलग अलग नन्दा मंदिरों में उमड़ी रही,,,