हल्द्वानी: निजी पब्लिक स्कूल काट रहे हैं अभिभावक की जेब ड्रेस और नई किताबों के नाम पर वसूला जा रहा है मोटा कमीशन

हल्द्वानी: निजी पब्लिक स्कूल काट रहे हैं अभिभावक की जेब ड्रेस और नई किताबों के नाम पर वसूला जा रहा है मोटा कमीशन

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रिपोट – पंकज सक्सेना

स्थान – हल्द्वानी

स्कूल के नए सत्र आते ही निजी स्कूलों की मौज होने लगती है और अभिभावक की जेबों को खुलेआम काटा जाता है वह हल्द्वानी में आजकल सभी बुक्सैलरों पर अभिभावकों की लम्बी लाइन लगी हुई है जहां अभी अभिभावक अपने बच्चों के लिए किताबें खरीदते दिखाई दे रहे है

वही पब्लिक स्कूलों के द्वारा स्कूल में नए कोर्स चला दिए हैं जिसमें मोटी -मोटी और महंगी – महंगी किताबें बुक्सैलरों द्वारा बेचीं जा रही है जिसका मोटा कमीशन निजी स्कूलों को पहुंचाया जा रहा है वही एडमिशन के नाम पर भी अभिभावकों से मोटी रकम ली जा रही है वहीं फॉर्म जो की ₹100 से ₹300 का होता है

वह 1500 से ₹2500 का एडमिशन फॉर्म के नाम से बेचा जा रहा है खुलेआम अभिभावक को ठगा जा रहा है पब्लिक स्कूलों के द्वारा पब्लिक स्टेशनरी की प्राइवेट बुक मोटे -मोटे दामों पर बेचीं जा रही है हालांकि नगर मजिस्ट्रेट ने कई बुक सेलर की दुकानों पर छापा मारा और गवर्नमेंट एनसीईआरटी बुक को बेचने के लिए आदेश भी दिए हैं

लेकिन एनसीईआरटी बुक केवल नाम मात्र के लिए चलाई जा रही हैं जबकि पब्लिक स्कूलों में मोटा कमीशन कमाने के चक्कर में महंगी किताबें स्कूलों में मगवाई जा रही है और ड्रेसों के नाम पर भी मोटी रकम पब्लिक स्कूलों के द्वारा ली जा रही है प्रत्येक वर्ष पब्लिक स्कूल के लोग अभिभावक से ठगी करते हैं लेकिन इसमें भी प्रशासन खामोश रहता है क्या पढ़ाई इतनी महंगी हो गई

जबकि सभी स्कूल वाले बताते है की उनका स्कूल लॉस में चला जाता है लेकिन खेल तो कुछ और ही है जिसमे करोड़ों का खेल कमीशन पर ही खेला जाता है क्या प्रशासन इसमें कुछ कार्रवाई नहीं करेगा क्या अभी भी अभिभावक की जेब को को ऐसे ही काटा जाएगा