बर्फबारी और ठंड के बीच सड़क की मांग हेतु क्रमिक धरना जारी

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रिपोर्ट, संजय कुंवर,

स्थान- डुमक जोशीमठ

यह है सूबे के अंतिम सरहदी सीमांत ब्लॉक जोशीमठ का सबसे दूरस्थ सुदूरवर्ती डुमक गांव और इन दिनों यहां के ग्रामीण एकजुट होकर सड़क की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन पुतला दहन और पद यात्रा के माध्यम से शासन प्रशासन से अपने गांव में सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं बड़ी बात तो ये है

की पश्चिमी विक्षोव के चलते इस सुदूरवर्ती गांव में आज दोपहर बाद बर्फबारी शुरू होने लगी, लेकिन धरना स्थल पर अडिग होकर अपनी सड़क की मांग के लिए डटे हुए ग्रामीणों ने आज भी बर्फबारी के बीच अपना प्रदर्शन जारी रखा है, आप इन तस्वीरों में देख सकते है जहां पूरा जोशीमठ प्रखंड आज दोपहर बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते बारिश और बर्फबारी से शीत लहर की चपेट में रहा

वहीं डुमक गांवए आज प्रकृति ने सुंदर सफेद बर्फ के फोहों की बोछार के साथ हल्की वर्षा की है, दरअसल जोशीमठ प्रखंड का अति दुर्गम यह गांव समुद्र तल से करीब 7500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, यहां लगभग 100 के लगभग परिवार निवास करते हैं सभी सामान्य जाति के लोग हैं यहां के ग्राम वासियों के ईष्ट देव अर्थात ग्राम देवता वजीर के नाम से जाना जाता है, जिसे हिंदू माइथॉलजी में वीरभद्र कहते हैं और भगवान रुद्रनाथ का पार्षद भी इन्हें कहा जाता है

हिमालय की तलहटी में बसा हुआ बेहद खूबसूरत गांव अत्यधिक रमणीक है, चारों तरफ केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग का प्रतिबंधित सेंचुरी एरिया है तो दूसरी तरफ गांव की सांस्कृतिक,सामाजिक,जैव विविधता की सुंदरता दूर तक नजर आती है, यहां पंच केदार में प्रमुख रुद्रनाथ धाम जाने वाले ट्रैकिंग दल यहां गांव के होम स्टे में रुकते हैं। और यहां की प्राकृतिक सुंदरता को निहारते है यहां पर प्राथमिक पाठशाला जूनियर हाई स्कूल हाई स्कूल तक स्कूल है किंतु यहां पहुंचने के लिए आज तक कोई मोटर मार्ग नहीं है यहां प्रकृति ने बहुत ही खूबसूरती दी है किंतु यातायात साधनों से लोग आज भी वंचित है प्रकृति के घुमक्कड़ लोग इस स्थान को स्वर्ग कहते हैं किंतु यहां के लोग मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण अभिशाप कहने को मजबूर है, इसलिए अब ग्रामीणों ने एक बार फिर से सड़क की मांग के लिए जन आंदोलन की पूरी और अंतिम लड़ाई लड़ने का मन बनाया है, सड़क के इंतजार में एक पीढ़ी राह तकती गुजर गई है

गांव की अब डुमक गांव के ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन और रैलियों और पद यात्रा के माध्यम से संबंधित विभाग और सरकार से सड़क की मांग के लिए आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है,इसलिए ठंड, ठिठुरन, बारिश,बर्फबारी की परवाह किए बिना डुमक गांव के ग्रामीण 27दिसंबर से लगातार धरना प्रदर्शन किए हुए है, बृहस्पतिवार 18जनवरी को सड़क निर्माण की मांग 2019 के समरेखण के तहत करने को लेकर डुमक गांव का विशाल जन आंदोलन और रैली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में है, जिस विशाल रैली के बाद ही डुमक गांव का भविष्य तय होगा फिलहाल इस रैली को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह देखा जा रहा है,