विलुप्त होने की कगार पर है कोठार पहले लोग अन्न भण्डार करने के लिए करते थे,यूज 100साल तब भी इसमे नही होता था सामान खराब

विलुप्त होने की कगार पर है कोठार पहले लोग अन्न भण्डार करने के लिए करते थे,यूज 100साल तब भी इसमे नही होता था सामान खराब

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रिपोटर-दीपक नौटियाल

स्थान-उत्तरकाशी

कोठार जो कि कभी उत्तराखंण्ड के हर घर की शान हुवा करता था पर फ्रीज के चलते प्रचालन के कारण आज यह विलुप्त होने के कगार पर है

पुराने जमाने मे लोग इसे अन्न भण्डार करने के लिए उपयोग मे लाते थे ओर इसमे 100 साल तक भी गेंहू चावल आटा फल आदि खराब नही होते थे जनपद उत्तरकाशी के सोड गांव मे भण्डारी परिवार 150 सालों से इसका आज तक उपयोग कर रहा है

देवदार की लकडी से बने कोठार के अन्दर का तापमान काफी कम होता है जिसके कारण इसके अन्दर कीडे नही पडते है एक कोठार मे लगभग 30से 40कुन्तल के करीब सामाग्री स्टोर की जा सकती थी पर अब यह कोठार लगभग विलुप्त हो गये है

पुराने जमाने मे जिस भी परिवार के पास कोठार होता था वह परिवार काभी अमीर माना जाता था आज हम आपको दिखाएंगे कि कोठार यानी कि पुराने जमाने का फ्रीज कैसा था