जानिए कैसे उपकारागार में बंद विचाराधीन बंदी की हुई मौत, परिजनो और ग्रामीणों ने लगाए आरोप

जानिए कैसे उपकारागार में बंद विचाराधीन बंदी की हुई मौत, परिजनो और ग्रामीणों ने लगाए आरोप

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रिपोर्टर – संदीप चौधरी

स्थान- रुड़की

रुड़की के उपकारागार में बंद एक विचाराधीन बंदी की शुक्रवार को अचानक हुई मौत से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया, हालांकि अभी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है, बताया गया है कि बंदी पिछले कई दिनों से बीमार चल रहा था, माना जा रहा है कि बीमारी के कारण ही उसकी मोत हुई है। वहीं परिजनों और ग्रामीणों ने सरकारी अस्पताल में डॉक्टर पर पोस्टमार्टम न करने का आरोप लगाया है।

दरसअल उपकारागार रुड़की में बंद विचाराधीन बंदी मुकर्रम निवासी सिरचंदी भगवानपुर की शुक्रवार को अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उपचार के लिए उसे रूड़की सिविल अस्पताल इमरजेंसी में लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई, वहीं गंगनहर कोतवाली पुलिस मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा रही है, परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की टीम ने पोस्टमार्टम नहीं किया है, परिजनों के द्वारा बताया गया है कि युवक को अटैक आया है, उनका आरोप है कि रुड़की तहसीलदार और सीएमएस के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया जिस कारण डॉक्टर द्वारा युवक का पोस्टमार्टम नहीं किया जा रहा है। उपकारागार रुड़की के जेलर जेपी द्विवेदी ने बताया कि मुकर्रम जनवरी 2022 से रुड़की जेल में बंद था, उसके विरुद्ध एनडीपीएस व गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज था, मुकर्रम का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से ठीक नहीं चल रहा था, उसका उपचार ऋषिकेश एम्स में चल रहा था, वह ऋषिकेश एम्स में भर्ती भी रहा, चार जनवरी को ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज होकर आया था, 11 जनवरी को उसे फिर से चेकअप के लिए ऋषिकेश एम्स ले जाया गया था, देर रात अचानक मुकर्रम की तबीयत खराब हो गई, उसे पहले जेल के अस्पताल में उपचार दिया गया, इसके बाद सिविल अस्पताल रुड़की की इमरजेंसी में लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई, परिजनों को इस संबंध में जानकारी दे दी गई थी, परिजन और ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए हैं।