पिता की चुनावी हार का बदला क्या ले पाएंगी 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों की बेटियां, पढ़ें पूरी ख़बर

ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113, 8057536955

न्यूज़ पोर्टल उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता है, संपर्क करें – 9634912113, 8057536955 

ब्यूरो रिपोर्ट

स्थान- देहरादून

उत्तराखंड में चुनाव की तारीख नजदीक है | वहीं राज्य में प्रत्याशियों की घोषणा भी हो चुकी है | लेकिन इस बार राज्य की 2 सीटों पर मुकाबला दिलचस्प होगा | इन 2 सीटों पर राज्य के 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों की बेटियों पर भाजपा और कांग्रेस ने दांव खेला है | बता दें उत्तराखंड में कोटद्वार और हरिद्वार ग्रामीण पर चुनावी मुकाबला रोचक होने की संभावना बनी हुई है | क्योंकि भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी भूषण को कोटद्वार सीट से, वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण सीट से मैदान में उतारा है। लेकिन खंडूरी 2012 में कोटद्वार से और हरीश रावत 2017 में हरिद्वार ग्रामीण सीट से चुनाव हार गए थे। दोनों ने तब निवर्तमान मुख्यमंत्री के तौर पर चुनाव लड़ा था।

उस समय कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह नेगी ने 2012 में कोटद्वार में खंडूरी को 4,623 मतों से हराकर जीत दर्ज की थी। नेगी को 31,797 वोट मिले थे जबकि खंडूरी को 27,194 वोट मिले थे। इसी तरह, 2017 में हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव लड़ने वाले हरीश रावत भाजपा के स्वामी यतीश्वरानंद से 12,278 मतों से चुनाव हार गए थे। अब मुकाबला इस बार रोचक इसलिए होगा क्योंकि इन दोनों का मुकाबला चुनौती देने वालों उन्हीं लोगों यानी नेगी और यतीश्वरानंद से है, जिन्होंने उनके पिता को हराया था। अब देखना यह होगा क्या दोनों मुख्यमंत्रियों की बेटियां अपने पिता की हार का बदला अब इस सीट पर जीत दर्ज कर ले सकेगी या फिर पिता की राह पर ही वह इन दोनों सीटों से हार जाएँगी | यह चुनाव के परिणाम ही बताएँगे |