चीनी मिल का सुचारू रूप न शुरू होने पर, किसानों ने काटा हंगामा

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रिपोर्टर : विशेष शर्मा

स्टेशन  : बाजपुर

बाजपुर चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू होने के 4 दिन बाद भी चीनी मिल की बड़ी इकाई शुरू नहीं होने पर किसानों ने चीनी मिल में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान गुस्साए किसानों ने चीनी मिल के जीएम का घेराव किया और चीफ इंजीनियर के साथ धक्का-मुक्की का भी प्रयास किया।

बाज़पुर मिल की पिराई क्षमता 4000 कुंतल प्रति दिन है, इसमें दो चैन पर अलग अलग समय पर गन्ना पिराई कि जाती है, छोटी मिल में 1500 कुंतल और बड़ी में 2500 कुंतल प्रतिदिन पिराई होती है । वर्तमान में एक मिल1500 कुंतल वाली चालू है। किसानों ने 26 नवंबर तक चीनी मिल सुचारू नहीं होने पर 27 नवंबर को आंदोलन की चेतावनी दी। बता दें कि बीते दिनों उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे ने चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ किया था।

कर्म सिंह पड्डा, प्रदेश अध्यक्ष, भकियू

चीनी मिल के शुभारंभ होने के 4 दिन बाद भी मिल की बड़ी इकाई अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। जिसके चलते गन्ना किसानों को 24 से 48 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। जिससे आक्रोशित होकर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा के नेतृत्व में दर्जनों किसान चीनी मिल पहुंचे।

अभिषेक कुमार, चीफ इंजीनियर, चीनी मिल बाजपुर

जहां किसानों ने जमकर हंगामा किया और चीफ इंजीनियर पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस दौरान किसानों ने चीनी मिल के जीएम कैलाश सिंह टोलिया को 26 नवंबर तक पेराई सुचारू करने की बात कही और पेराई सुचारू न होने पर 27 नवंबर को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

 इस पर कर्म सिंह पड्डा ने कहा कि मिल के पुर्जे खुले हुए हैं ऐसे में चीनी मिल शुरू होना संभव नहीं है। तो वही चीनी मिल के चीफ इंजीनियर अभिषेक कुमार ने बताया कि मिल पूरी तरह तैयार है और 26 नवंबर को मिल सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी और उन्होंने कहा कि किसान अतिरिक्त पुर्जों को बाहर देख कर चीनी मिल को तैयार ना होने की संभावनाएं व्यक्त कर रहे हैं।