
स्थान : उत्तरकाशी
ब्यूरो रिपोर्ट

जामक से कुमार तक जाने वाली पीएमजीएसवाई की सड़क इन दिनों पूरी तरह जर्जर हालत में पहुंच चुकी है। निर्माण के तीन साल के भीतर ही सड़क की पेंचिंग जगह-जगह से उखड़ गई है और बड़े-बड़े गड्ढों ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बरसात के बाद सड़क की हालत और भी खराब हो गई है।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चलाए जा रहे गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के तहत इस मार्ग की मरम्मत के निर्देश विभाग को दिए गए थे। विभाग ने ठेकेदार को गड्ढे भरने और सड़क को दुरुस्त करने का आदेश भी जारी किया था, लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार ठेकेदार ने सिर्फ दिखावे के लिए काम शुरू किया और महज़ 0.1 किलोमीटर क्षेत्र में हल्की-फुल्की लिपाई करके इतिश्री कर दी।


सड़क पर अब भी बड़े-बड़े गड्ढे साफ नजर आ रहे हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित है और दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है। विभाग का कहना है कि उन्होंने ठेकेदार को कई बार लिखित और मौखिक निर्देश जारी किए हैं, लेकिन ठेकेदार निर्देशों को नजरअंदाज कर रहा है।


स्थानीयों में गहरी नाराजगी

लोगों का कहना है कि यदि ठेकेदार और विभाग के बीच इतनी उदासीनता विधायक के गांव के पास—सड़क जो गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान के गांव से मात्र 300 मीटर दूर है—देखने को मिल रही है, तो दूरस्थ गांवों की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।

स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि
“जब विधायक के गांव के पास ही सड़क की यह हालत है और कोई कार्रवाई नहीं होती, तो बाकी क्षेत्र में ठेकेदार और विभाग की मनमानी पर रोक कौन लगाएगा?”


लोगों ने जल्द से जल्द सड़क को दुरुस्त करने और जिम्मेदार ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विभाग और ठेकेदार की भूमिका पर उठ रहे सवाल लगातार गहराते जा रहे हैं।

