
देशभर में इंडिगो एयरलाइन का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। आज लगातार पांचवें दिन भी सैकड़ों उड़ानें रद्द की गईं, जबकि कई फ्लाइट्स देर से चल रही हैं, जिससे यात्रियों में गुस्सा और असंतोष बढ़ गया है।


इंडिगो के को-फाउंडर राहुल भाटिया, जो एयरलाइन की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन में ग्रुप मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं, इस संकट के बीच चर्चा में हैं। इंडिगो की स्थापना 1989 में राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने की थी। कंपनी ने 2006 में कमर्शियल एयरलाइन के रूप में कारोबार शुरू किया। इंटरग्लोब एविएशन 2015 में भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट हुई और मार्केट कैप व मार्केट शेयर के आधार पर यह भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कैरियर कंपनी बन गई।


इंडिगो के शेयर और प्रमोटर होल्डिंग्स:
बीएसई के 5 दिसंबर, 2025 के डेटा के अनुसार, राहुल भाटिया के पास कंपनी में केवल 0.01% (40,000 शेयर) हिस्सेदारी है, जबकि राकेश गंगवाल के पास 4.53% (1,75,30,493 शेयर) हैं। शुक्रवार को इंडिगो के शेयर 66.30 रुपये (1.22%) गिरकर 5371.30 रुपये पर बंद हुए। केवल राकेश गंगवाल के शेयरों की वैल्यू 9416 करोड़ रुपये बताई गई है।


राहुल भाटिया की संपत्ति:
फोर्ब्स रिच लिस्ट के अनुसार, 5 दिसंबर, 2025 तक राहुल भाटिया की नेट वर्थ 8.1 बिलियन डॉलर है और वे दुनिया के अरबपतियों में 420वें नंबर पर हैं। इसी बीच, इंडिगो संकट के चलते उनके नेट वर्थ में 1.02% या 84 मिलियन डॉलर की गिरावट भी दर्ज हुई।



इस बीच इंडिगो एयरलाइन के यात्रियों को अभी भी अपनी उड़ानों की स्थिति लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है, और संकट का समाधान जल्द मिलना जरूरी है।

