
स्थान – बाजपुर
रिपोर्ट – भूपेंद्र सिंह पन्नू

बाजपुर की अनाज मंडी में शनिवार को किसानों का आक्रोश उस समय फूट पड़ा जब धान की प्रजाति 26 की सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद नहीं की गई। नाराज किसानों ने अनाज मंडी पहुंचकर विपणन निरीक्षक बलवंत नाथ और राइस मिलर एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यवान गर्ग से वार्ता की। हालांकि वार्ता के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका।


विपणन निरीक्षक बलवंत नाथ ने उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद साफ कहा कि धान की प्रजाति 26 की खरीद नहीं की जाएगी। इस बयान के बाद किसानों में भारी नाराजगी फैल गई। गुस्साए किसानों और विपणन निरीक्षक के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।


स्थिति बिगड़ने पर आक्रोशित किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और विरोधस्वरूप धान की प्रजाति 26 के एक ढेर में आग लगा दी। अनाज मंडी धुएं से भर गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।


भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा ने कहा कि जब राइस मिलर इस प्रजाति का धान लेने के लिए तैयार हैं, तो सरकारी अधिकारी किसानों की फसल खरीदने से क्यों मना कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द खरीद शुरू नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।


वहीं किसान नेता अजीत प्रताप रंधावा ने कहा कि “बाजपुर के इतिहास में पहली बार किसानों को अपनी ही फसल में आग लगानी पड़ी है।” उन्होंने सरकार पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो किसान भगत सिंह चौक पर अपनी धान की फसल को आग लगाने के लिए मजबूर होंगे।
अनाज मंडी में हुई इस घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया है, जबकि किसानों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो आंदोलन प्रदेश स्तर पर किया जाएगा


