मनसा देवी हादसे से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य तक—पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सरकार पर बोला तीखा हमला

मनसा देवी हादसे से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य तक—पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सरकार पर बोला तीखा हमला

स्थान : देहरादून

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान राज्य सरकार पर एक के बाद एक कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने मनसा देवी मंदिर हादसे को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए कहा कि यदि प्रशासन सतर्क रहता, तो 8 लोगों की जान बचाई जा सकती थी

गोदियाल ने कहा, “मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह अधूरी थी। छोटी धार्मिक भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं तो आगामी अर्धकुंभ और नंदा राजजात यात्रा जैसे बड़े आयोजनों का प्रबंधन कैसे करेंगे?”


उन्होंने मजिस्ट्रेट जांच को अपर्याप्त बताते हुए मांग की कि पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराई जाए।

शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत चुनावों पर भी उठाए सवाल

प्रेस वार्ता में गोदियाल ने सरकार की शिक्षा नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि 550 विद्यालयों को कॉर्पोरेट सेक्टर को गोद देना सरकार की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने आशंका जताई कि इससे भ्रष्टाचार की संभावना बढ़ सकती है।

“यदि सरकार स्वयं शिक्षण संस्थान नहीं चला सकती, तो यह उसकी अक्षमता है,” उन्होंने कहा।
पीपीपी मोड पर संचालित अस्पतालों की हालत को भी उन्होंने “व्यवस्था विहीन” करार दिया।

सड़क, संपत्ति और पंचायत चुनावों पर तीखा प्रहार

गोदियाल ने यह भी कहा कि जिन गांवों से भाजपा सांसद आते हैं, वहाँ तक भी आज तक सड़कें नहीं बनी हैं, जो सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाता है।
उन्होंने मंत्री गणेश जोशी पर आय से अधिक संपत्ति मामले में मुख्यमंत्री द्वारा जांच की अनुमति न देने को भी भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ मामला बताया।

अंत में, गोदियाल ने कहा कि पंचायत चुनावों को लेकर सरकार अब तक नियमावली नहीं बना पाई है, जबकि ज़िला प्रमुखों का आरक्षण पहले ही तय किया जा चुका है।
उन्होंने प्रदेश में धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “धर्मांतरण कानून के बावजूद धर्मांतरण जारी रहना सरकार की विफलता है।”