
मंगलौर
भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए विजिलेंस टीम ने मंगलौर चकबंदी विभाग में तैनात सहायक चकबंदी अधिकारी विनोद कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, अधिकारी ने एक प्लॉट के दाखिल-खारिज के बदले पीड़ित से 2,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।


पीड़ित द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद विजिलेंस ने कार्रवाई की योजना बनाई और चकबंदी विभाग के कार्यालय में ही अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।


गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने घंटों तक पूछताछ की और फिर आरोपी अधिकारी को देहरादून ले जाया गया, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।


इस कार्रवाई से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है, वहीं आम जनता ने विजिलेंस की कार्रवाई की सराहना की है।

पीड़ित ने कहा कि यदि समय पर कार्रवाई न होती, तो उसे अन्याय और भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ता।

विजिलेंस विभाग ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, और सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे
