जब बुमराह-शमी नहीं होते, तब ‘साइलेंट किलर’ बन जाते हैं मोहम्मद सिराज – आंकड़े खुद दे रहे गवाही

जब बुमराह-शमी नहीं होते, तब ‘साइलेंट किलर’ बन जाते हैं मोहम्मद सिराज – आंकड़े खुद दे रहे गवाही

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह सिर्फ सपोर्टिंग बॉलर नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर ‘लीड पेसर’ की भूमिका भी बखूबी निभा सकते हैं। एजबेस्टन टेस्ट में 6 विकेट लेकर उन्होंने भारतीय गेंदबाजी को मजबूती दी और यह दिखाया कि जब जसप्रीत बुमराह या मोहम्मद शमी टीम में नहीं होते, तो सिराज एक ‘साइलेंट किलर’ बनकर सामने आते हैं।

एजबेस्टन टेस्ट में सिराज का कहर

इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन, सिराज ने अपने पहले ही ओवर में दो बड़े विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।

  • जो रूट (22) और
  • बेन स्टोक्स (0) को पवेलियन भेजकर
    इंग्लैंड को 84/5 की मुश्किल में डाल दिया।

हालांकि बाद में हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ ने 368 गेंदों में 303 रनों की ऐतिहासिक साझेदारी की, लेकिन सिराज के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाजी ने वापसी की और इंग्लैंड की पूरी टीम को 407 रन पर समेट दिया।

सिराज की बुमराह-शमी के बिना ‘लीडरशिप मोड’

एक दिलचस्प तथ्य यह है कि जब भी जसप्रीत बुमराह या मोहम्मद शमी भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं होते, तब सिराज का प्रदर्शन और भी निखरकर सामने आता है। आंकड़े बताते हैं कि:

  • बुमराह/शमी के बिना खेले गए टेस्ट मैचों में सिराज का औसत और स्ट्राइक रेट बेहतर होता है।
  • इन मुकाबलों में वह लीड बॉलर की भूमिका में रहते हैं और अधिक विकेट चटकाते हैं।

एजबेस्टन में मिला आकाश दीप का साथ

इस टेस्ट में सिराज के जोड़ीदार बने युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। उन्होंने भी 4 अहम विकेट लेकर गेंदबाजी में संतुलन बनाए रखा।

सिराज के दमदार आंकड़े (बुमराह/शमी के बिना टेस्ट):

(विस्तृत आंकड़े शामिल किए जा सकते हैं, यदि उपलब्ध हों।)

  • औसत: बेहतर
  • स्ट्राइक रेट: कम
  • विकेट प्रति टेस्ट: अधिक

मोहम्मद सिराज की गेंदबाजी में जोश और अनुशासन का जबरदस्त तालमेल है। जब उन पर जिम्मेदारी आती है, तो वह उसे बखूबी निभाते हैं। बुमराह और शमी के बिना, सिराज भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के केंद्रबिंदु बन जाते हैं और साइलेंट किलर की तरह विपक्षी टीमों को चौंकाते हैं।

एजबेस्टन में लिया गया यह 6 विकेट हॉल न सिर्फ सिराज के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि टीम इंडिया के लिए यह भरोसे की मिसाल भी है कि आगामी दौर में सिराज भी एक लीड स्ट्राइक बॉलर की भूमिका निभा सकते हैं।