डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर लोहाघाट में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर लोहाघाट में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित

स्थान लोहाघाट (चंपावत)
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

जनसंघ के संस्थापक एवं “एक देश, एक विधान, एक निशान” के नारे को बुलंद करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रविवार को नगर पालिका सभागार में भाजपा मंडल लोहाघाट की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष गिरीश कुवर ने की।

इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्य वक्ताओं में मोहित पाठक, सतीश चंद्र पांडे, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष बगोली और महेश बोहरा ने डॉ. मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें एक सच्चा देशभक्त बताया।

वक्ताओं ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर में एक विधान, एक निशान, एक प्रधान का नारा देकर देश की एकता और अखंडता के लिए आवाज उठाई। वर्ष 1953 में जब वे इस आवाज को लेकर कश्मीर पहुंचे, तो रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। यह देश के लिए एक बड़ा बलिदान था।

वक्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुच्छेद 370 हटाकर डॉ. मुखर्जी के सपने को साकार करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि आज भाजपा उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है।

इस मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के विचारों को आत्मसात करने और उनके पगचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम में सचिन जोशी, राजू गढ़कोटी, कुंवर प्रथोली, सतीश चंद्र खर्कवाल, महेंद्र सिंह, नरेश फर्त्याल, पंकज ढेक, कैलाश पांडे, रीता सिंह, मोहन फर्त्याल समेत अनेक कार्यकर्ता एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।