
रिपोर्टर : पंकज सक्सेना
स्थान : हल्द्वानी

देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ की ओर से हल्द्वानी नगर निगम परिसर में चल रहा धरना आज छठे दिन भी जारी रहा। संघ के सदस्य अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज करा रहे हैं। इस दौरान संघ के उपाध्यक्ष अमित ने निगम पर गंभीर आरोप लगाए।

अमित ने बताया कि नगर निगम वर्षों से स्थायी सफाई कर्मचारियों को उनके “एरिया भुगतान” से वंचित रखे हुए है, जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि निगम द्वारा पर्यावरण पर्यवेक्षकों की नियुक्ति में न तो योग्यता देखी जा रही है, न ही वरिष्ठता को वरीयता दी जा रही है, जिससे कर्मचारियों के साथ अन्याय हो रहा है।

स्थानीय लोगों को वरीयता देने की मांग
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने यह भी मांग की कि स्वास्थ्य समिति और मोहल्ला स्वच्छता समिति में स्थानीय लोगों को वरीयता दी जाए। संघ का कहना है कि इससे न केवल स्थानीय बेरोजगारों को अवसर मिलेगा, बल्कि नगर की सफाई व्यवस्था भी अधिक प्रभावी होगी।

नगर निगम पर “आश्वासन की राजनीति” का आरोप
संघ ने नगर निगम पर सालों से मांगों की अनदेखी करने और केवल आश्वासन देकर टालने का आरोप लगाया है। अमित ने चेतावनी दी कि यदि इस बार भी निगम प्रशासन ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अब केवल संघर्ष नहीं, बल्कि “आर-पार की लड़ाई” बन चुका है।



संघ की प्रमुख मांगें:
- स्थायी कर्मचारियों को एरिया भुगतान
- पर्यावरण पर्यवेक्षकों की नियुक्ति में योग्यता और वरिष्ठता को वरीयता
- स्वास्थ्य समिति में स्थानीय लोगों की नियुक्ति
- मोहल्ला स्वच्छता समिति में भी स्थानीय लोगों को प्राथमिकता
- कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से अमल
- आश्वासनों के बजाय ठोस निर्णय और क्रियान्वयन


नगर निगम प्रशासन की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान फिलहाल सामने नहीं आया है। हालांकि कर्मचारियों के आंदोलन के बढ़ते तेवरों को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर हलचल तेज हो गई है।

