खैरालिंग कौथीग का भव्य समापन, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

खैरालिंग कौथीग का भव्य समापन, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

स्थान : पौड़ी
रिपोर्ट : जय ममगाई

पौड़ी जनपद के कल्जीखाल ब्लॉक में आयोजित दो दिवसीय ऐतिहासिक खैरालिंग कौथीग का रविवार को शांतिपूर्ण और भव्य समापन हुआ। मुण्डनेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित इस पारंपरिक मेले में पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ा। श्रद्धालु सुबह से ही मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंचने लगे और दिनभर मंदिर परिसर आस्था और श्रद्धा से भरा रहा।

इस ऐतिहासिक आयोजन में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ अन्य राज्यों से लौटे प्रवासी ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया। हर वर्ष की तरह इस बार भी मंदिर समिति द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय उभरते हुए युवा कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। नायर घाटी म्यूजिकल ग्रुप की प्रस्तुति में गायक मनीष पंवार, सुरजीत पंवार, दीपक चौहान, रेनू डोभाल, आदर्श कुमार और अजय दिनकर ने भक्ति गीतों से समां बांध दिया।

भजन संध्या की व्यवस्थाएं संभालने में समिति को इस बार अतिरिक्त प्रयास करने पड़े क्योंकि दर्शकों की भीड़ बेहद उत्साही थी। संगीत निर्देशन दीपक चौहान, विजेंद्र रावत और संतोष मंद्रवाल ने किया।

मेले के दौरान सामाजिक सरोकारों को भी महत्व दिया गया। क्षेत्र के उन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में 80% से अधिक अंक प्राप्त किए। साथ ही नशामुक्ति को लेकर दिल्ली से केदारनाथ और फिर दिल्ली तक की पैदल यात्रा करने वाले अभिषेक पटवाल को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मंदिर की पुष्प सज्जा में योगदान देने वाले राजेंद्र सिंह रावत, विनोद सिंह नेगी और महिपाल सिंह को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

मुख्य वक्ता गणेश खुगशाल गणी ने खैरालिंग कौथीग के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी साझा की। मंदिर समिति के अध्यक्ष अनिल सिंह नेगी ने बताया कि पहले दिन असवालस्यूं पट्टी के भेटी और थैर गांव से पारंपरिक ढोल-दमाऊ के साथ निशाण और ध्वजा चढ़ाई गई थी।

इस अवसर पर कांग्रेस नेता राजपाल बिष्ट, जिला पंचायत सदस्य संजय डबराल मिंटू, क्षेत्र पंचायत सदस्य कविता राणा, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नेहा डबराल, योगंबर सिंह नेगी डब्बू, समिति के सचिव विवेक नेगी, कोषाध्यक्ष नरेश उनियाल, संरक्षक त्रिभुवन उनियाल, दिनेश चंदोला, पुजारी विनोद भारद्वाज और मुकेश भारद्वाज सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मंच का संचालन त्रिभुवन उनियाल ने किया।


टिप्पणी:
खैरालिंग कौथीग सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक एकता का प्रतीक बन चुका है। हर वर्ष इस आयोजन के माध्यम से लोक संस्कृति, आस्था और सामाजिक चेतना को एक नई ऊर्जा मिलती है।