
रिपोर्ट – संजय जोशी
अल्मोड़ा।
कारगिल युद्ध में शहीद हुए कैप्टन आदित्य मिश्र के पैतृक गांव दिवदिया में 30 मई से 1 जून तक तीन दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दो दिवसीय अखण्ड रामचरितमानस पाठ और एक दिन कुलदेवी पुष्टि देवी के लिए सप्तशती पाठ संपन्न हुआ।


कार्यक्रम का संचालन आचार्य पंकज पंत, पंडित सतीश पंत और कुल पुरोहित पंकज कांडपाल के निर्देशन में संपन्न हुआ। आयोजन में देशभर के विभिन्न शहरों से आए करीब 100 पारिवारिक सदस्यों ने भाग लिया।

मूलभूत सुविधाओं से वंचित शहीद का गांव
दुर्भाग्यवश, विकास के इस दौर में भी शहीद कैप्टन आदित्य मिश्र का गांव दिवदिया आज भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है। कार्यक्रम से पूर्व ग्रामीणों ने मिलकर गांव के रास्तों, नौले आदि की सफाई कर एक मिसाल पेश की। गांव तक सड़क नहीं होने के कारण सभी ग्रामीणों और अतिथियों को मुख्य सड़क से तीन किलोमीटर पैदल चलकर गांव पहुंचना पड़ा।


ग्रामीणों की एकजुट अपील
कार्यक्रम के दौरान एकमत से प्रस्ताव पारित कर प्रशासन से वर्ष 2015 में स्वीकृत 3 किलोमीटर की सड़क के निर्माण को तत्काल शुरू करने की मांग की गई। ग्रामीणों ने कहा कि कारगिल शहीदों के गांवों तक सड़क पहुंचाने की सरकारी घोषणाएं अब तक धरातल पर नहीं उतर पाई हैं।


आयोजन में दिखी एकजुटता
कार्यक्रम का आयोजन श्री प्रकाश चंद्र मिश्र और श्री गौरव मिश्र की अगुवाई में संपन्न हुआ, जिसमें गांव के सभी लोगों का सहयोग रहा। इस अवसर पर चेतन मिश्र, राकेश मिश्र, हरीश मिश्र, खजान मिश्र, दीपक मिश्र, कौस्तुभ मिश्र, देवेंद्र मिश्र, योगेश मिश्र, जितेंद्र मिश्र, ललित मिश्र, प्रमोद मिश्र, विनोद मिश्र, देशदीपक मिश्र, हेम मिश्र सहित बड़ी संख्या में पारिवारिक सदस्य उपस्थित रहे।


