
कोटद्वार, 22 मई 2025:
पिछले दो वर्षों से उत्तराखंड की सबसे चर्चित और संवेदनशील घटनाओं में शामिल अंकिता भंडारी हत्याकांड के फैसले की घड़ी नज़दीक आ चुकी है। कोटद्वार जिला एवं सत्र न्यायालय की ओर से 30 मई 2025 को इस मामले में निर्णय आने की संभावना जताई जा रही है। पूरे प्रदेश की निगाहें इस फैसले पर टिकी हुई हैं।


इस मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज़ हो गई है।
कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि, “अंकिता की मां का स्पष्ट आरोप है कि सरकार ने उनका पक्ष मज़बूती से नहीं रखा और उनके वकील पर दबाव बनाया गया। यह न्याय की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है।”


वहीं दूसरी ओर, भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता कमलेश रमन ने कहा कि, “मामले का मुख्य आरोपी अभी भी सलाखों के पीछे है। न्यायिक प्रक्रिया सुचारु रूप से आगे बढ़ रही है और हमें विश्वास है कि 30 मई को आने वाला फैसला प्रेरणादायक होगा।”


सामाजिक और राजनीतिक नजर
इस केस को लेकर उत्तराखंड में आमजन में भारी आक्रोश और संवेदनशीलता रही है। सोशल मीडिया और विभिन्न जनसंगठनों द्वारा बार-बार मामले की निष्पक्ष जांच और तेज़ सुनवाई की मांग की जाती रही है। अब जब फैसला करीब है, तो राजनीतिक दल भी जनभावनाओं के अनुरूप अपनी स्थिति स्पष्ट करने में जुट गए हैं।

अंकिता भंडारी की हत्या सितंबर 2022 में हुई थी, जब वह एक रिसॉर्ट में कार्यरत थी। इस मामले में भाजपा से जुड़े व्यक्तियों के नाम सामने आने के बाद प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे।
अब सबकी निगाहें 30 मई पर हैं, जब अदालत इस बहुचर्चित मामले पर अपनी अंतिम टिप्पणी दे सकती है।


