
सुबोध उनियाल ने दुवाकोटी में विकास सम्मेलन का उद्घाटन किया, की कई घोषणाएं

दुवाकोटी। नरेंद्र नगर क्षेत्र के विधायक और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने क्षेत्र के ग्राम पंचायत दुवाकोटी, घरगांव और दिगोठी के संयुक्त विकास सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्र की जनता ने उनका पारंपरिक स्वागत किया, जिसमें ढोल दमाऊ और माल्यार्पण शामिल था।

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बैठक में क्षेत्र की जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि साहसिक पर्यटन, कैम्पों की स्थापना, पिरुल उद्योग और स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से क्षेत्र की आर्थिकी को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में अनेक पौराणिक मंदिर मौजूद हैं, जिनसे होम स्टे और सौर ऊर्जा जैसी योजनाओं के जरिए आमदनी बढ़ाई जा सकती है।

बैठक के संयोजक और नगर पंचायत गजा के पूर्व सभासद सुनील सिंह चौहान ने बैठक का संचालन किया और क्षेत्र की विकास से जुड़ी मांगों का पत्र मंत्री के सामने रखा। इस पर कैबिनेट मंत्री ने विभिन्न घोषणाएं की:
- दुवाकोटी में ₹10 लाख
- घरगांव में 15 स्ट्रीट लाइट
- घरगांव मंदिर के सौंदर्यकरण के लिए ₹5 लाख
- घरगांव में अनु सूचित जाति बस्ती के लिए बारातघर निर्माण हेतु ₹5 लाख
- चौड खेत सड़क का डामरीकरण
साथ ही, उन्होंने गजा डांडाचली सड़क से रुइंसखेत सड़क की स्वीकृति के लिए कार्यवाही करने की बात भी की। उन्होंने यह भी कहा कि लोग सड़क की मांग करते हैं, लेकिन जब जमीन देने की बारी आती है तो एतराज करते हैं।

बैठक में चम्बा ब्लॉक प्रमुख और प्रशासक श्रीमती शिवानी विष्ट, नगर पंचायत गजा के अध्यक्ष कुंवर सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सूर्य चंद्र सिंह चौहान, और गजा मंडल अध्यक्ष राजेश रावत ने भी अपने विचार रखे।

इस अवसर पर क्षेत्र के कई प्रमुख नेता और स्थानीय लोग उपस्थित थे, जिनमें पूर्व प्रमुख सुशीला चौहान, पूर्व प्रधान पुष्पा चौहान, प्रधान दिगोठी सोवन सिंह नेगी, प्रधान घरगांव श्रीमती सोनी देवी, सभासद जसवंत सिंह, और राजेन्द्र सिंह चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।

दुवाकोटी पहुंचने से पहले, ग्राम पंचायत माणदा के निवासियों ने भी गजा-तोली-माणदा-डांडा सड़क निर्माण का मांग पत्र कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को रास्ते में सौंपा। साथ ही, पी एम श्री राजकीय प्राथमिक विद्यालय दुवाकोटी के सौंदर्यकरण और खेल मैदान के निर्माण का प्रस्ताव भी रखा गया।यह बैठक क्षेत्र के विकास कार्यों को गति देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

