चारधाम यात्रा से पहले उत्तराखंड में युवा आपदा मित्र योजना, 4310 स्वयंसेवकों को मिलेगा प्रशिक्षण

चारधाम यात्रा से पहले उत्तराखंड में युवा आपदा मित्र योजना, 4310 स्वयंसेवकों को मिलेगा प्रशिक्षण

स्थान – देहरादून

रिपोर्ट – सचिन कुमार

उत्तराखंड प्रदेश एक पहाड़ी क्षेत्र है। अगले महीने चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है, जिसको लेकर युवा आपदा मित्र योजना के तहत उत्तराखण्ड में चार हजार से अधिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें एनसीसी, एनएसएस, भारत स्काउट एवं गाइड तथा नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक परीक्षण लेकर आपदा के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे ।

सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय, भारत सरकार की महत्वाकांक्षी युवा आपदा मित्र परियोजना के तहत उत्तराखण्ड में 4310 स्वयंसेवकों को आपदाओं का सामना करने में सक्षम तथा फर्स्ट रिस्पांडर के रूप में दक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के युवा जो एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र और भारत स्काउट एवं गाइड के स्वयंसेवक हैं, वह इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य समुदायों को व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से आपदाओं का सामना करने में सक्षम बनाना और उन्हें फर्स्ट रिस्पांडर्स के रूप में दक्ष करना है ताकि किसी भी आपदा के समय वे राहत और बचाव कार्यों के साथ ही आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन के प्रयासों में अपना योगदान दे सकें।

इसके अलावा विनोद कुमार सुमन ने कहा कि उत्तराखण्ड के 11 जनपदों में लागू की गई है, जिसके तहत 4310 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और 20 प्रशिक्षित आपदा मित्रों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पचास फीसदी महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सभी प्रशिक्षणार्थियों की उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। संबंधित जनपद का निवासी होना चाहिए तथा एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र या भारत स्काउट-गाइड में नामांकन होना चाहिए। कम से कम 7वीं कक्षा उत्तीर्ण हों। शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। इसके साथ ही महिला स्वयंसेवकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पचास फीसदी महिला स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किए जाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने पर आपातकालीन कीट भी मुहैया कराई जाएगी।