साध्वी हर्षा के ग्लैमर से दमका कुंभ, सोशल मीडिया पर उत्तराखंडी बाला की धूम

साध्वी हर्षा के ग्लैमर से दमका कुंभ, सोशल मीडिया पर उत्तराखंडी बाला की धूम

निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से ली है हर्षा रिछारिया ने दीक्षा

: प्रयागराज महाकुंभ में आई हुई एक साध्वी अपनी खूबसूरती और ग्लैमर के चलते सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। मॉडलिंग और एक्टिंग छोड़कर तकरीबन दो साल पहले निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से दीक्षा लेने वाली इस साध्वी का नाम हर्षा रिछारिया है। हालांकि वो ख़ुद को साध्वी नहीं कहती है। उन्होंने शादी को लेकर भी अपनी बात रखी।

साध्वी हर्षा रिछारिया मूल रूप से भोपाल मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं और फिलहाल वह उत्तराखंड में रह रही हैं। मॉडलिंग और एंकरिंग की दुनिया में उन्होंने खूब नाम कमाया। सोशल मीडिया पर उनकी ग्लैमरस तस्वीरें अब भी मौजूद हैं। हर्ष रिछारिया तीन दिन पहले ही अपने गुरु स्वामी कैलाशानंद के शिविर पहुंची। महाकुंभ में कदम रखते ही वह सोशल मीडिया पर एक बार फिर से जमकर वायरल हुई। हर्षा रिछारिया ने निरंजनी अखाड़े के संतों के साथ शाही रथ पर बैठकर त्रिवेणी की धारा में आस्था की डुबकी लगाई।

अपनी खूबसूरती को लेकर सुर्खियों में साध्वी हर्षा
साध्वी हर्षा ने कहा कि मॉडलिंग और एंकरिंग की दुनिया में उन्हें जो कुछ नहीं मिला, वह सब कुछ गुरु के सानिध्य में आने के बाद मिल गया है। गुरु के आशीर्वाद से उन्हें जिस सुख की प्राप्ति हो रही है, उसे वह शब्दों में बयां नहीं कर सकती हैं। साध्वी ने कहा कि अमृत स्नान करके उन्हें दिव्य अनुभूति हो रही है। हालांकि उन्होंने इस मौके पर क्या कामना की, इसे बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कामना के बारे में बताया नहीं जाता है। साध्वी हर्षा रिछारिया ने खुद को साध्वी कहे जाने पर ऐतराज जताया और ऐसा जवाब दिया जिसे सुनकर कोई भी हैरत में पड़ सकता है। हर्षा ने कहा कि उन्होंने तकरीबन दो साल पहले अपने गुरु से दीक्षा जरूर ली थी, लेकिन संन्यास धारण करने पर अभी अंतिम तौर पर कोई फैसला नहीं लेना चाहती।

संन्यास जीवन और विवाह पर ये कहा
हर्षा के मुताबिक संन्यास धारण करने के बाद कोई शादी नहीं कर सकता है, इसी वजह से वह अभी दुविधा में है और उन्होंने अंतिम तौर पर कुछ भी तय नहीं किया है। उनके मुताबिक साध्वी बनकर वह लगातार सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर रही है। युवाओं को सनातन धर्म के बारे में और जानकारी देना चाहती हैं।