देहरादून।
राजधानी के पटेल नगर कोतवाली क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर मंजेश कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस हत्या की साजिश प्रॉपर्टी विवाद के चलते रची गई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें हत्या का मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी भी शामिल है।
प्रॉपर्टी विवाद बना हत्या की वजह
पुलिस के मुताबिक, मृतक मंजेश कुमार और संजय उर्फ फौजी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे और दोनों पार्टनर थे। फौजी ने सहस्त्रधारा, राजपुर रोड, और झाझरा हाईवे पर प्लॉटिंग के लिए जमीनें खरीदी थीं। मंजेश ने इन जमीनों में आधी हिस्सेदारी की मांग की, जिससे दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। फौजी को जब पता चला कि मंजेश ने उसे मारने के लिए सुपारी दी है, तो उसने पलटकर खुद मंजेश की हत्या की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने अर्जुन गुसाईं को 10 करोड़ रुपये का लालच दिया।
पार्टी के बहाने बुलाया और गला घोंटा
30 नवंबर को अर्जुन और उसके साथी सचिन ने मंजेश को पार्टी के बहाने यमुनोत्री विहार फेस-2, चंद्रबनी स्थित सचिन के किराए के कमरे में बुलाया। शराब पिलाने के बाद दोनों ने जूते के फीते से गला घोंटकर मंजेश की हत्या कर दी।
हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई, लेकिन गाड़ी न चला पाने के कारण वे कामयाब नहीं हो सके। सुबह मकान मालिक ने कमरे में शव देखकर पुलिस को सूचना दी।
वारदात में शामिल अन्य आरोपी
हत्या के बाद अर्जुन ने मंजेश के गहने और गाड़ी की चाबी संजय उर्फ फौजी को दे दी। फौजी ने अर्जुन को 50 हजार रुपये दिए और उसे अपनी गाड़ी से छोड़ दिया। अर्जुन ने इसके बाद मंजेश की चेन और अंगूठी अपने दोस्त अफजल को दी और हरियाणा भाग गया। पुलिस ने पहले आरोपी सचिन को आशारोड़ी जंगल से गिरफ्तार किया। अर्जुन, जो सोनीपत कोर्ट में सरेंडर की योजना बना रहा था, उसे कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया गया।
मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी और खुलासा
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी 2018 में सेना से रिटायर हुआ था। उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं था। पुलिस ने कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया हैरू सचिन, अर्जुन, संजय उर्फ फौजी, और अफजल।
ज्ञात हो कि शनिवार, 30 नवंबर की सुबह यमुनोत्री विहार फेस-2 में मकान मालिक को मंजेश का शव कमरे में मिला था। प्रथम दृष्टया गला घोंटकर हत्या का मामला लगा। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और प्रॉपर्टी विवाद में हुई इस हत्या की साजिश का खुलासा किया।