
स्थान- खटीमा उधम सिंह नगर
रिपोर्ट -अशोक सरकार

आगामी 1 सितंबर को खटीमा में शहीद दिवस मनाने के उपलक्ष्य में खटीमा तहसील सभागार में एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से बीजेपी, कांग्रेस के साथ-साथ उत्तराखंड आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों के अलावा

अन्य सामाजिक संगठन ने भाग लिया जिसमें आगामी 01 सितंबर को मनाये जाने वाले शहीद दिवस के अवसर पर दलगत

राजनीति से ऊपर उठकर एक मंच में खड़े होकर शहीद दिवस मनाने का निर्णय लिया गया, इस अवसर पर विधायक गोपाल

सिंह राणा ने कहा कि 1 सितंबर 1994 को खटीमा में उत्तराखंड के लिए आंदोलन को लेकर 15 से 20000 महिलाओं और

पुरुषों ने जिसमें पूर्व सैनिक संगठन और अन्य संगठनों के लोगों ने बढ़चर कर हिस्सा लिया जिस कारण उत्तराखंड में हुए आंदोलनो के कारण हम उत्तराखंड में रह रहे हैं और उत्तराखंड बनाने के कारण ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बन

पाये और वह विधायक बन पाये, वही रवीश भटनागर ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस ने कहा कि शहीद दिवस के अवसर पर हर वर्ष राजनीति होती है इस वर्ष हम सब ने एक साथ शहीद दिवस मनाने का फैसला किया है
गौरतलब है कि 1 सितंबर 1994 को जब उत्तराखंड आंदोलन के लिए 15 से 20000 लोग जिसमें पुरूष और महिलाएं शामिल थी जुलूस निकल रहे थे तत्कालीन पुलिस प्रशासन के द्वारा उन पर बर्बरता पूर्वक गोली चलाई गई जिसमें कई शहीदों ने अपनी जान गवाही और कई लोग घायल हुए उसी की याद को ताजा करते हुए हर वर्ष खटीमा में शहीद दिवस 1 सितंबर को मनाया जाता है

