हरिद्वार के शहरी और ग्रामीण रिहायशी इलाकों में जंगली हाथियों की रोक के लिए मानव हाथी संघर्ष टीम का हुआ गठन

हरिद्वार के शहरी और ग्रामीण रिहायशी इलाकों में जंगली हाथियों की रोक के लिए मानव हाथी संघर्ष टीम का हुआ गठन

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सबसे पहले खबरें जानने के लिए हमारे न्यूज़ चैनल. News Portal uk को सब्सक्राइब करें .ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113,- 8057536955 न्यूज़ पोर्टल, उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता है

रिपोर्टर – मनोज कश्यप

स्थान – हरिद्वार

हरिद्वार के शहरी और ग्रामीण रिहायशी इलाकों में जंगली हाथियों को आने से रोकने के लिए हरिद्वार वनप्रभाग की ओर से मानव हाथी संघर्ष टीम का गठन कर दिया गया है। वन दरोगा गजेंद्र सिंह को मानव हाथी संघर्ष टीम का प्रभारी बनाया गया है। साथ ही जंगली हाथियों के आबादी क्षेत्र में आने वाले दो प्रमुख रास्तों पर भी वन विभाग की गश्त टीम का पहरा 24 घंटे रहेगा।

कनखल के जगजीतपुर की कॉलोनी में कुछ समय से जंगली हाथियों का आवागमन बना हुआ है। जिससे लोगों में दहशत बनी है। लोग वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर हाथियों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने की लगातार मांग कर रहे हैं। जिस पर वन विभाग ने अब मानव हाथी संघर्ष टीम का गठन किया है।

प्रभारी वन दरोगा गजेंद्र सिंह को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। टीम 24 घंटे हाथियों के आवागमन पर नजर रखेगी और उन्हें आबादी क्षेत्र में आने से रोकगी। साथ ही वन विभाग ने जंगली हाथियों के आबादी क्षेत्र में आने वाले दो प्रमुख रास्तों मातृ सदन के पास और निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के पास वन विभाग की गश्त टीम का पहरा 24 घंटे कर दिया है, ताकि इन रास्तों से हाथियों को आबादी क्षेत्र में आने से रोका जा सके।

हरिद्वार वनप्रभाग हरिद्वार रेंज के वन क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि आबादी क्षेत्र में हाथियों के आवागमन को कम करने के लिए मानव हाथी संघर्ष टीम का गठन किया गया है। टीम का प्रभारी गजेंद्र सिंह को बनाया गया है। यह टीम हाथियों के आवागमन पर हर समय अपनी नजर रखेगी और हाथियों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने का काम करेगी।