उत्तराखंड में पहली बार घेंजा के त्योहार पर हेरवालगांव प्रतापनगर में आयोजित की गई घेंजा प्रतियोगिता

उत्तराखंड में पहली बार घेंजा के त्योहार पर हेरवालगांव प्रतापनगर में आयोजित की गई घेंजा प्रतियोगिता

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सबसे पहले खबरें जानने के लिए हमारे न्यूज़ चैनल. News Portal uk को सब्सक्राइब करें .ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113,- 8057536955 न्यूज़ पोर्टल, उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता है

रिपोर्टर – केशव रावत

स्थान – टिहरी

उत्तराखंड में पहली बार गढ़वाल में मनाए जाने वाले घेंजा त्यौहार के शुभ अवसर पर टिहरी जनपद के प्रतापनगर क्षेत्र के हेरवाल गांव में जाने माने शिक्षाविद, एनसीईआरटी, यूजीसी, सीबीएसएसी के सदस्य सहित ग्रीन स्कूल के संस्थापक व अमेरिका में हाल ही में उच्च शिक्षा एडवाइजरी समिति में सदस्य बने विरेन्द्र सिंह रावत की पहल पर पहली बार हमारे क्षेत्र के पहाड़ी त्योहार घेन्जा को एक नए नवाचारी प्रयोग करके घेंजा उत्सव 2024 विरेन्द्र रावत के निवास बमुरा धाम में आयोजित किया गया।जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में आरएसएस के प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल ,उपजिलाधिकारी प्रतापनगर व घनसाली शैलेंद्र सिंह नेगी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी रहे भजराम पंवार , थानाध्यक्ष लंबगांव महिपाल सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य कंडियाल गांव रेखा असवाल ,पनियाला से जिला पंचायत सदस्य रीता राणा रहे। घेंजा उत्सव की शुरुआत कल शाम को बनाए गए 121 किलो के श्रीराम घेंजा के ऊपर रिबन काटकर दिनेश सेमवाल , शैलेंद्र नेगी , विरेन्द्र रावत , मनोज व्यास, घेंजा उत्सव कार्यक्रम के संयोजक दिनेश कलुडा,सह संयोजक के रूप में लिखवार् गांव प्रधान चंद्रशेखर पैन्यूली,पोखरी के पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रतिनिधि विजय पोखरियाल, मंगल पंवार , जय सिंह रावत ,आदि की मौजूदगी में हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व सभी उपस्थित गणमान्य लोगों ने विभिन गांवों से घेंजा उत्सव 2024 में विभिन्न गांवों से पहुंची मातृशक्ति माताओं बहनों द्वारा प्रतिभाग करने हेतु लाए गए घेंजों की प्रदर्शनी देखी गई,जिसके बाद ज्यूरी टीम ने सभी का निरीक्षण करके अंत में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाली प्रतिभागी महिलाओं के नाम का चयन किया ।आज के घेन्जा उत्सव में 434 महिलाओं ने नामांकन किया था,जो कि विभिन्न गावों की निवासी थी, मुख्य आयोजक विरेन्द्र सिंह रावत द्वारा आज घेंजा उत्सव में प्रतिभाग करने वाली सभी महिलाओं को 500 रुपए नगद व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया ,साथ ही प्रथम स्थान पर रहने वाली महिला को 5100 रुपए नगद व प्रमाण पत्र, द्वितीय स्थान पर रहने वाली महिला को 3100 रुपए नगद व प्रमाण पत्र,तृतीय स्थान पर रहने वाली महिला को 2100 रुपए नगद व प्रमाण पत्र भी विरेन्द्र रावत द्वारा देकर मातृशक्ति को सम्मानित किया गया।

घेंजा उत्सव के मुख्य अतिथि आरएसएस के प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन हमारी पुरानी रीति रिवाजों,खान पान व संस्कृति की याद दिलाते है,पहली बार इस तरह का आयोजन करने के लिए आयोजक व उनकी पूरी टीम को बहुत बहुत बधाई,घेंजा को हरेला की तरह पूरे प्रदेश व देश में एक नई पहचान दिलाने की जरूरत है जिसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे,उन्होंने घेंजा उत्सव में पहुंची मातृशक्ति को बधाई दी साथ ही कहा कि आगामी 22 जनवरी को सभी लोग अपने अपने गावों में भगवान श्रीराम जी के मंदिर उदघाटन पर भजन कीर्तन पूजा पाठ करें,उन्होंने कहा प्रभु श्रीराम का धाम अयोध्या में भव्य दिव्य मंदिर बनना सौभाग्य की बात है,साथ ही कहा कि उत्तर की द्वारिका सेम नागराजा की भूमि पर इस तरह के आयोजन होना सुखद है।उन्होंने मौजूद सभी लोगो से आग्रह किया कि हमे जीवन में 5 बातों का ध्यान रखना होगा जिसमे जल संरक्षण,ऊर्जा संरक्षण,पशु पक्षी संरक्षण, कूड़ा निस्तारण और औषधीय पौधों व फलदार वृक्षों को अपने घरों के आस पास जरूर संरक्षित करना होगा। प्रतापनगर के उपजिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि घेंजा भले ही प्रतापनगर या इसके आस पास मनाया जाता है लेकिन इस तरह का आयोजन होना सुखद है,हमारे पुरखों ने मोटे अनाज का अधिक सेवन किया इसीलिए पहले के लोग स्वस्थ रहते थे,आजकल मिलावटी वस्तुओं के सेवन से तमाम बीमारियां उत्पन हो रही है उन्होंने सभी से मोटे अनाज को खान पान में शामिल करने की बात कही व कहा कि घेंजा भी मोटे अनाज से युक्त एक सुंदर व संतुलित भोजन है, घेंजा को बड़ी इस तरह के आयोजन से एक बड़ी पहचान जरूर मिलेगी,उन्होंने कहा कि हमारे उत्तराखंड में विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग तरह के रीति रिवाज खान पान पाया जाना हमारी समृद्धता को भी दर्शाता है।एसडीएम प्रतापनगर ने कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ों लोगो को मतदान के प्रति जागरूकता व शत प्रतिशत मतदान में हर मतदाता की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु सभी को शपथ भी दिलाई।

पूर्व मुख्यमंत्री के जन संपर्क अधिकारी रहे भजराम पंवार ने कहा कि मोटा अनाज हमारी पहचान है,घेंजा उत्सव मनाया जाना सुखद बात है इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा विभिन्न घेंजा व आयोजकों द्वारा 121 किलो का श्रीराम घेंजा बनाया जाना अच्छी बात है,हमारे पुरखों के रीति रिवाजों से हमारी आने वाली पीढ़ियां,देश दुनिया इस तरह के आयोजनों से परिचित होगी,उन्होंने सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य रेखा असवाल ने कहा कि इस तरह के आयोजनों का व्यापक प्रचार प्रसार होना चाहिए और इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित होनी चाहिए, उन्होंने बड़ी संख्या में पहुंची मातृशक्ति को बधाई दी , व कहा कि घेंजा उत्सव मनाया जाना अच्छा प्रयास है।
मुख्य आयोजक विरेन्द्र रावत ने कहा कि हमारी कोशिश होगी घेंजा को एक नई पहचान मिले,इसको देश दुनिया के लोग जाने,उन्होंने सभी महिलाओं का धन्यवाद दिया साथ ही सभी अतिथियों व आगंतुकों का भी आभार जताया,उन्होंने कहा बेशक हमे सुदूरवर्ती क्षेत्रों के या बहुत दूरस्थ इलाकों के लोग कहे लेकिन हम वास्तव में देवभूमि के वो लोग है जो ईश्वर के सबसे नजदीक रहते हैं,हम ईश्वर की भूमि में रहने वाले लोग है,उन्होंने कहा कि 121 किलों का श्री राम घेंज बनना अपने आप में एक रिकार्ड है। कार्यक्रम में थानाध्यक्ष लंबगांव महिपाल सिंह रावत जी ने कहा कि इस तरह का आयोजन होना अच्छी पहल है,घेंजा को अब देश दुनिया में लोग जानेंगे।इस दौरान घेंजा महोत्सव के मुख्य संयोजक दिनेश कालूड़ा, सह संयोजक विजय पोखरियाल,चंद्रशेखर पैन्यूली,गढ़ भोज के द्वारिका प्रसाद सेमवाल, गजेन्द्र सिंह कंडियाल, केशव रावत, उषा भंडारी, मोहन डबराल,सदड़ गांव के प्रधान प्रतिनिधि नरेंद्र चमोली, जय सिंह रावत,यसपाल कंडियाल,डॉक्टर भरत सिंह राणा,पूर्व जिला पंचायत सदस्य उत्तरकाशी कमल सिंह रावत,अभिनव नेगी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य धनपाल पंवार पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य यशपाल कल्याण आदि लोगो ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का मुख्य संचालन मंगल पंवार ने किया तो मुख्य आयोजक विरेन्द्र सिंह रावत,चंद्रशेखर पैन्यूली व विजय पोखरियाल द्वारा भी बारी बारी से संचालन किया गया।


आज के घेंजा उत्सव में प्रथम पुरुष्कार विजेता उत्तरकाशी ज्ञानसू की रमा डोभाल को मिला जिन्होंने 77 अंक लेकर घेंजा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त किया,वहीं दूसरे स्थान पर 76 अंक लेकर हेरवाल गांव की सकला देवी रही,तो तीसरे स्थान पर ओनाल गांव की जगतम्बा देवी रही।विजेताओं में प्रथम स्थान पर रहने वाली रमा डोभाल को 5100 रुपए नगद सहित प्रमाण पत्र व 99 पराज बाजार लंबगांव के मालिक व कार्यक्रम के संयोजक श्री दिनेश कलूड़ा जी द्वारा 2100 रुपए का कूपन भी दिया गया तो रोटरी क्लब उत्तरकाशी द्वारा भी स्मृति चिन्ह दिया गया।वहीं दूसरे नम्बर पर रही सकला देवी को नगद 3100 व प्रमाण पत्र सहित 99 बाजार द्वारा कूपन व रोटरी क्लब उत्तरकाशी द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया तो तीसरे स्थान पर रहने वाली जगतंबा देवी को 2100 रुपए नगद प्रमाण पत्र व पराज 99 बाजार द्वारा कूपन व रोटरी क्लब उत्तरकाशी द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया, विजेताओं को मुख्य अथिति द्वारा पुरुस्कृत किया गया।इस दौरान निर्णायक मंडल की सभी सदस्यों को भी मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया तो घेंजा उत्सव में स्वयं सेवक के रूप में प्रतिभाग करने वाले ग्राफिक एरा देहरादून के छात्र छात्राओं को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया आज के घेंजा उत्सव के निर्णायक मंडल में रोहिणी सिंह, राखी राणा,अंकिता बिष्ट,संगीता पंवार,पवित्रा राणा, पूर्णा देवी रही । इस अवसर पर मिल्ट्स मैन उत्तराखंड के पुरुष्कार से श्री द्वारिका प्रसाद सेमवाल जी को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया,तो प्रतापनगर के पथ प्रदर्शक पुरुष्कार से वरिष्ठ पत्रकार अभिनव कलूड़ा, हास्पैटिलिटी क्षेत्र में सुरेंद्र रावत, जिला पंचायत सदस्य रेखा असवाल,रीता राणा, एसओ लंबगांव महिपाल सिंह रावत,निवर्तमान सभासद सौरभ रावत आदि को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस प्रतियोगिता में हमारे लिखवार गांव से गीता देवी,रजनी देवी,सरिता देवी,वैष्णवी,दीक्षा, माधुरी,सरोजिनी,बलमा,निकिता ने घेंजा उत्सव में प्रतिभाग किया,वहीं सौड़ से मनोज व्यास जी के साथ गीता देवी,रिजु देवी, पूर्णा देवी,अंबेश्वरी देवी भी प्रतियोगिता में शामिल हुई।प्रतापनगर के विभिन्न गांवों की महिलाओं सहित अन्य क्षेत्रों की महिलाओं ने घेंजा उत्सव 2024 में आज प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का समापन विजेताओं को पुरस्कार वितरण के साथ सभी मौजूद लोगो को 121 किलो के श्रीराम घेंजा बांटकर किया गया