उत्तराखंड में निकाय चुनावों को लेकर भाजपा कांग्रेस आमने-सामने

उत्तराखंड में निकाय चुनावों को लेकर भाजपा कांग्रेस आमने-सामने

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सबसे पहले खबरें जानने के लिए हमारे न्यूज़ चैनल. News Portal uk को सब्सक्राइब जरूर करें .ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113,- 8057536955 न्यूज़ पोर्टल, उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता है

रिपोटर-अज़हर मलिक

स्थान-काशीपुर

उत्तराखंड में दो दिसंबर से नगर निगमों की जिम्मेदारी जिलाधिकारी और अन्य निकायों का कामकाज एसडीएम रैंक के अधिकारी संभालेंगे। प्रशासक की नियुक्ति छह माह के लिए की जाएगी। आपको बता दें कि एक दिसंबर को निकायों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है

निकाय चुनाव ना कराने पर सरकार इनमें प्रशासक तैनात कर देगी। प्रदेश में करीब 84 नगर निकाय के बोर्ड का कार्यकाल एक दिसंबर को पूरा हो जाएगा…इस बार चुनाव समय पर नहीं होने के कारण शहरी विकास विभाग आगामी एक दिसंबर को निकायों में प्रशासक की नियुक्ति करने की तैयारी कर रहा है। वही चुनाव समय पर न करने को लेकर विपक्ष सरकार पर कई सवाल खड़े कर रहा है विपक्ष का कहना है कि सरकार की नियति थी ही नहीं समय पर चुनाव कर पाने की इस वजह से चुनाव समय पर नहीं हो रहे हैं हालांकि सरकार पहले बोलती रही चुनाव समय पर होंगे लेकिन चुनाव समय पर न करने की वजह से इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा जो निर्वाचित पार्षद हैं

वह अपने क्षेत्र में समय पर सफाई करवाते हैं तमाम व्यवस्थाएं करते हैं लेकिन अब यह व्यवस्थाएं कैसे होगी यह भी एक सवाल है। भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष गुप्ता का कहना है कि राज्य में निकाय चुनाव सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद होंगे.इसके लिए अभी मतदाता सूची बनाने और निकायों में ओबीसी आरक्षण तय करने का सर्वे चल रहा हे…इस पर जब हमने भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष गुप्ता से पूछा तो उन्होंने कहा कि निकाय चुनावों को कोई नहीं रोक सकता लेकिन जब नई नगर पालिकाएं बनती है तो उनके परिसीमन में समय लगता है

तो वहीँ भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष गुप्ता पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा की भाजपा को निकाय चुनावो में हार का डर सता रहा है,भाजपा लोकतंत्र की सीडी को ही समाप्त कर देना चाहती है कुल मिलाकर भाजपा परिसीमन करने के नाम पर चुनाव कराने से पल्ला झाड़ रही है तो वही कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को निकाय चुनाव में हार का डर सता रहा है, अब देखने वाली बात होगी जनता जनार्दन जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगी,