किसान आंदोलन के समझौते पर सरकार हुई विफल, किसान का फूटा गुस्सा

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रिपोर्टर- अशोक सरकार

स्थान- खटीमा

उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरसेवक सिंह के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया |बता दें कि काफी लंबे समय तक देशभर मे चलने वाले किसान आंदोलन में भारत सरकार ने किसानों की मांगो को मानते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के साथ समझौता किया था। लेकिन आज तक भारत सरकार द्वारा किसानों की किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया और ना ही कोई सकारात्मक कार्रवाई की गई। वही आंदोलन के दौरान किसानों पर लगे मुकदमे वापस नहीं किए गए और आज भी किसानों पर लगे मुकदमों के आधार पर उनको परेशान किया जा रहा है।

खटीमा में भी रेल रोको आंदोलन में शामिल किसानों को पुलिस प्रशासन तथा रेलवे पुलिस द्वारा नोटिस भेजकर तथा घरों में जाकर उनको तंग किया जा रहा है | जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। इसी को लेकर आज खटीमा में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरु सेवक सिंह की अध्यक्षता में किसानों की एक बैठक की गई तथा सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया गया। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरसेवक सिंह ने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान जिन मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा के साथ भारत सरकार से समझौता हुआ था उन मुद्दों पर भारत सरकार अभी भी खरी नहीं उतरी है। किसी भी समस्या का समाधान अब तक सरकार द्वारा नहीं किया गया है। वहीं आंदोलन के दौरान पूरे प्रदेश के साथ ही खटीमा में भी “रेल रोको” अभियान चलाया गया था। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन तथा रेलवे पुलिस द्वारा आज भी खटीमा के किसानों को नोटिस भेज कर तथा उनके घरों में जाकर उनको तंग किया जा रहा है और उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। जबकि समझौते के मुताबिक किसानों पर लगे सभी मुकदमे वापस किए जाने चाहिए थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में कहीं भी इस संबंध में किसानों को नोटिस नहीं जारी किया गया है केवल खटीमा में ही किसानों को  तंग किया जा रहा है। इससे प्रतीत होता है कि भाजपा के किसी बड़े स्थानीय नेता की शह पर ऐसा किया जा रहा है जो कि सरासर गलत और अन्याय हैं तथा सरकार की वादाखिलाफी है। उन्होंने बताया कि यदि 30 जनवरी तक किसानों पर लगे सभी मुकदमे वापस नहीं किए जाते हैं तो किसान गांव गांव जाकर बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेगी और  बीजेपी को वोट ना देने के लिए जनता से अपील करेगी। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हर तहसील में प्रदर्शन करते हुए भारत सरकार का पुतला फूंका भी जाएगा।