रुड़की में चूक का शिकार हुआ नागरिक, गलती की सजा ई-रिक्शा बेचकर भुगतना पड़ा

रुड़की में चूक का शिकार हुआ नागरिक, गलती की सजा ई-रिक्शा बेचकर भुगतना पड़ा

ब्यूरो रिपोर्ट

स्थान – रुड़की

मंगलौर क्षेत्र के मोहल्ला किला निवासी नसीम अंसारी को पुलिस और विद्युत विभाग की लापरवाही का ऐसा खामियाज़ा भुगतना पड़ा कि मजबूरी में उन्हें अपनी ई-रिक्शा बेचनी पड़ी। मामला 2020 का है, जब विद्युत विभाग ने नसीम अंसारी के घर पर छापेमारी की और मीटर में शॉर्ट सर्किट पाया गया।

अचानक हुई इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी ने गलती कर रिपोर्ट नसीम के नाम न्यायालय भेज दी, जबकि सही नाम नसीम अंसारी था और दोनों घरों के बीच लगभग 200 मीटर का फासला है। इसके बाद नसीम को वकीलों के चक्कर काटने पड़े और आर्थिक स्थिति पूरी तरह बिगड़ गई।

नसीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सूचना के अधिकार के तहत जब उन्होंने सही नाम की जानकारी ली, तो स्पष्ट हुआ कि दोषी नसीम अंसारी है। बावजूद इसके, न्यायालय की प्रक्रिया के चलते उन्हें अब भी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।

नसीम ने कहा, “गलती किसी और की है, लेकिन सजा मैं भुगत रहा हूँ। अब मैं नहीं जानता किसके पास जाऊं और किससे न्याय की उम्मीद करूँ।”

मामले ने स्थानीय प्रशासन और विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता में नाराजगी है कि लापरवाही की कीमत सीधे पीड़ित को क्यों भुगतनी पड़ रही है।